रियासती हुकूमत अक़लियती बेरोज़गार नौजवानों को रोज़गार फ़राहम करते हुए उन्हें ख़ुद मुकतफ़ी बनाना चाहती है जिस के पेशे नज़र मुख़्तलिफ़ शोबा जात में दिलचस्पी रखने वाले अफ़राद को बैंक के ज़रीये क़र्ज़ा जात फ़राहम किए जा रहे हैं। ये बात ज़िला आदिलाबाद माइनॉरिटी फाइनैंस कारपोरेशन एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर वि वि शास्त्री ने नुमाइंदा सियासत महबूब ख़ान को बताते हुए कहा कि निस्फ़ रक़म सब्सीडी पर क़र्ज़ाजात हासिल करने वाले बेरोज़गार नौजवानों से 15 अप्रैल तक दरख़ास्तें हासिल की जा रही हैं।
चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव की हिदायत पर रियासती हुकूमत ने जी ओ नंबर 17 जारी किया। मुक़र्ररा तारीख़ में तौसी की इत्तेला सय्यद उम्र जलील आई पी एस स्पेशल सेक्रेटरी महिकमा अक़लियती बहबूद ने देते हुए कहा कि 15 अप्रैल तक दरख़ास्तें क़बूल की जाएंगी। बेरोज़गार अक़लियती नौजवान जिन की उम्र 21ता55साल के दौरान है इस स्कीम से इस्तेफ़ादा करसकते हैं। दरख़ास्त गुज़ार को सालाना आमदनी सर्टीफ़िकेट, आधार कार्ड, बैंक पास बुक ज़ीराक्स, राशन कार्ड ज़ीराक्स और दो अदद पासपोर्ट साइज़ फ़ोटो को लाज़िमी क़रार दिया गया जिस बैंक से क़र्ज़ हासिल करना चाहते हैं इस से रजामंदी लेटर दाख़िल करना होगा। बादअज़ां तिजारती कारोबार की तफ़सीलात और कोटेशन दाख़िल करना होगा।
इस्तेफ़ादा कुनुन्दगान को 2.5लाख रुपये और ट्रांसपोर्ट के लिए तीन लाख रुपये क़र्ज़ फ़राहम किया जाएगा। बलदी हुदूद के अफ़राद को 75 हज़ार रुपये, मवाज़आत के अफ़राद को 60 हज़ार रुपये सालाना आमदनी सर्टीफ़िकेट दाख़िल करना होगा। बेरोज़गार नौजवान अपने तिजारती तजुर्बा और हुनरमंदी के लिहाज़ से मुनासिब कारोबार का ज़रीये बनाकर ख़ुदकफ़ील होसकते हैं। वि वि शास्त्री ने अक़लियती बेरोज़गार नौजवानों को इस स्कीम से इस्तेफ़ादा करने की ख़ाहिश की।