रियासती हुज्जाज के दो क़ाफ़िलों की रूह परवर आमद

आंध्र प्रदेश के हुज्जाज की वापसी का आज आग़ाज़ होगया। आंध्र प्रदेश हज कमेटी के ज़रीये रवाना हुए हुज्जाज किराम के दो क़ाफ़िले आज सऊदी एर लाइंस की ख़ुसूसी परवाज़ों के ज़रिये हैदराबाद पहुंचे।

295 हुज्जाज किराम पर मुश्तमिल पहला क़ाफ़िला शाम 6 बज कर 30 मिनट पर हैदराबाद इंटरनेशनल एर पोर्ट पहुंचा। वज़ीरे अकलियती बहबूद मुहम्मद अहमद उल्लाह, कमिशनर अकलियती बहबूद शेख़ मुहम्मद इक़बाल ( आई पी एस ), सदर नशीन वक़्फ़ बोर्ड मौलाना सय्यद ग़ुलाम अफ़ज़ल ब्याबानी, स्पेशल ऑफीसर हज कमेटी प्रोफेसर एसए शकूर और एग्जीक्यूटिव ऑफीसर एम ए हमीद ने तैयारे तक पहुंच कर हुज्जाज किराम का इस्तिक़बाल किया।

इस मौके पर हज टर्मिनल और इस के बाहर जज़बाती मुनाज़िर देखे गए जहां सैंकड़ों की तादाद में हुज्जाज किराम के रिश्तेदार और दोस्त अहबाब इस्तिक़बाल के लिए मौजूद थे।

हज की सआदत से सरफ़राज़ हुज्जाज किराम अपने रिश्तेदारों और दोस्त अहबाब को बग़लगीर होकर दुआएं दे रहे थे। कस़्टम़्स ऑफीसर साजिद ग़ौरी और सऊदी एर लाइंस के ओहदेदार इफ़्तिख़ार अहमद ने हज टर्मिनल में हुज्जाज की सहूलत के लिए इंतेज़ामात की निगरानी की।

वज़ीरे अकलियती बहबूद ने हुज्जाज किराम से मुलाक़ात करते हुए उन्हें फी कस 10 लीटर ज़मज़म हवाले किया। उन्हों ने सऊदी अरब में हज के मौके पर इंतेज़ामात के बारे में मालूमात हासिल की।

हुज्जाज किराम ने सऊदी अरब में इंतेज़ामात की ज़बरदस्त सताइश की और कहा कि हज कमेटी की तरफ से रवाना करदा ख़ादिम अलहजाज ने उनकी बेहतर अंदाज़ में रहनुमाई की है।

इंडियन हज मिशन की तरफ से भी हुज्जाज किराम की सहूलतों के लिए हर मुम्किन क़दम उठाए गए। हुज्जाज किराम का दूसरा क़ाफ़िला जिस में 300 हुज्जाज शामिल हैं रात 11 बजकर 50 मिनट पर एर पोर्ट पहुंचा।

हज कमेटी के ओहदेदारों ने दूसरे क़ाफ़िले का इस्तिक़बाल किया। इस तरह पहले दिन जुमला 595 हुज्जाज किराम वापिस हुए। नलगेंडा से ताल्लुक़ रखने वाले दो हुज्जाज के लिए रिश्तेदारों की आमद तक हज हाउज़ में क़ियाम-ओ-ताम का इंतेज़ाम किया गया है। अज़ला के हुज्जाज अगर रवानगी में ताख़ीर के सबब क़ियाम करना चाहें तो उनके लिए भी हज हाउज़ में इंतेज़ाम किया जाएगा। वज़ीरे अकलियती बहबूद अहमद उल्लाह ने इस मौके पर अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि आंध्र प्रदेश हज कमेटी ने हज 2013 के लिए शानदार इंतेज़ामात किए।

उन्होंने स्पेशल ऑफीसर और एग्जीक्यूटिव ऑफीसर की बतौर ख़ास सताइश की और कहा कि हज टर्मिनल में आख़िरी क़ाफ़िले की वापसी तक इसी तरह के इंतेज़ामात बरक़रार रहेंगे।

स्पेशल ऑफीसर हज कमेटी एसए शकूर ने बताया कि 23 फ़्लाईटस के हुज्जाज किराम मदीना मुनव्वरा पहुंच चुके हैं। एर पोर्ट से आर टी सी बसों का भी इंतेज़ाम किया गया था।

हुज्जाज किराम के कस़्टम़्स क्लीयरेंस और दुसरे ज़रूरी उमोर की तकमील तेज़ी के साथ की जा रही थी। एर पोर्ट के ओहदेदारों ने भी हुज्जाज किराम के सामान की मुंतक़ली वग़ैरा में मदद की।

हुज्जाज किराम के 25 क़ाफ़िले वापिस होंगे और 15 नवंबर को आख़िरी क़ाफ़िला हैदराबाद पहुंचेगा। 01 नवंबर को तीसरा क़ाफ़िला जो 300 हुज्जाज किराम पर मुश्तमिल होगा रात 11 बजकर 5 मिनट पर हैदराबाद इंटरनेशनल एर पोर्ट पहुंचेगा।