तेलंगाना के कियाम की घडियाँ जिस क़दर नज़दीक आ रही है, उसी तेज़ी से उसकी मुखालिफत भी तेज़ होती जा रही है अब रियासत के चीफ मिनिस्टर का बयान आया है कि वे इस मामले में पार्टी नहीं बनना चाहते। चीफ मिनिस्टर एन. किरण पुमार रेड्डी ने कांग्रेस आलाकमान से कहा है कि वो रियासत के बटवारे का फऱीक नही बनेंगे।
ज़राए के मुताब़िक चीफ मिनिस्टर कल शाम वज़ीरे आज़म की रिहाइशगाह पर हुई कांग्रेस कोर ग्रूप की बैठक से कुछ घंटे पहले कांग्रेस जनरल सेकरेटरी और रियासत के पार्टी इन्चार्ज दिग्विजय सिंह से कहा कि वे रियासत की तकसीम से जुडे किसी भी फैसले का फऱीक नहीं बनेंगे।
तेलंगाना रियासत के क़याम का फैसला आलाकमान की जानिब से लिये जाने का मंशा सामने आते ही सीएम ने आलाकमान के सामने अपनी राय ज़ाहिर की है कि मुकामी बलदियात और ग्रामपंचायत के इन्तेख़ाबात होने तक इस फैसले को टाल दिया जाए।
बताया जाता है कि दिग्विजय सिंह ने उनसे कहा है कि फैसले की घडी टाली नहीं जा सकती, लेकिन सीएम चाहते हैं कि इस फैसले को आइंदा जिला परिषद इन्तेख़ाबात तक टाल दिया जाए।
रियासत में ग्राम पंचायतों के इन्तेख़ाबात 31 जुलाई को होंगे, लेकिन मुकामी बलदियात के इन्तेख़ाबात पा नोटिफिकेशन15 अगस्त पे बाद जारी किये जाने पी उम्मीद है, जो सितंबर के दूसरे हफ़्ते में खत्म होंगे। फिर इसके बाद मंडल और जिला परिषद के इन्तेख़ाबात होंगे।