गवर्नर ई एस एल नरसिम्हन ने कहा कि रियासत की तंज़ीम जदीद के लिए मुख़्तलिफ़ कमेटीयों की तरफ़ से पेश की जाने वाली तजावीज़ पर
मुंसिफ़ाना-ओ-शफ़्फ़ाफ़ अंदाज़ में अमल किया जाये ताकि 2जून को क़ायम होने वाली दोनों नई हुकूमतों के लिए काबिल-ए-क़बूल हो सकीं। नरसिम्हन ने इआदा किया कि तमाम मुबाहिस और नुमाइंदगीयाँ नई रियासती हुकूमतों को ख़ुशगवार अंदाज़ में इक़तिदार की मुंतक़ली के अमल में मुआविन साबित होंगे और वो ( नई हुकूमतें) दोनों रियासतों के अवाम के वसीअ तर मुफ़ाद को मल्हूज़ रखते हुए क़तई फ़ैसला करेंगे।गवर्नर ने मुख़्तलिफ़ कमेटीयों के अरकान
पर ज़ोर दिया कि वो दोनों रियासतों से मुताल्लिक़ अहम उमूर पर ख़ुसूसी तवज्जा मर्कूज़ करें।
उन्होंने ओहदेदारों को हिदायत की के हकूमत-ए-हिन्द को पेश की जाने वाली तजावीज़ और मौज़ूआत की एक अलाहिदा फ़हरिस्त तैयार की जाये। गवर्नर नरसिम्हन ने
इस ज़िमन में अपनी सरकारी रिहायश गाह राज भवन पर मीटिंग तलब किया। तक़रीबन ढाई घंटे तक जारी रहने वाली मीटिंग में वसाइल की फ़राहमी, आबपाशी और
नज़म-ओ-नसक़ आम्मा के अलावा दोनों शहरों में सरकारी इमलाक-ओ-असासों की तक़सीम जैसे मौज़ूआत का जायज़ा लेने वाली मुख़्तलिफ़ कमेटीयों के सीनीयर
आफ़िसरान और अहम ज़िम्मेदारों से बातचीत की।
इस मौके पर गवर्नर को तफ़सीली रिपोर्ट पेश की गई। गवर्नर ने ओहदेदारों को हिदायत की के तैयारीयों का अमल 30 अप्रैल तक मुकम्मिल करलिया जाये और इस
मोहलत की सख़्ती से पाबंदी की जाये।