रियासत बिहार अंधेरे से रोशनी की सिम्त गामज़न

रियासत बिहार में एन डी ए हुकूमत की कारकर्दगी की सताइश करते हुए अदाकार सियासतदां शत्रु धन सिन्हा ने कहा कि रियासत बिहार अंधेरे से निकल कर दुबारा रोशनी और तरक़्क़ी के रास्ते पर गामज़न है। पटना साहिब से बी जे पी के लोक सभा रुकन पार्लीमेंट शत्रु धन सिन्हा ने पी टी आई को इस बात से वाक़िफ़ करवाया। यहां जारी सहि रोज़ा बिहार दीवस के सिलसिला में तक़ारीब का इनइक़ाद अमल में लाया जा रहा है जबकि साल 1912 में इस के क़ियाम के बाद से यहां सदी तक़ारीब का एहतेमाम किया जा रहा है।

साबिक़ा आर जे डी हुकूमत को शदीद तन्क़ीद का निशाना बनाते हुए शत्रु धन सिन्हा ने कहा कि इस दौर में ला ऐंड आर्डर की ख़राब सूरत-ए-हाल के सबब रियासत की काफ़ी बदनामी हुई है जबकि तमाम शोबों में कोई तरक़्क़ी नहीं हुई है। बी जे पी लोक सभा रुकन ने कहा कि बिहार जिसने आज़ाद हिंदूस्तान को पहला सदर जमहूरीया राजेन्द्र प्रशाद की शक्ल में दिया और नालंदा यूनीवर्सिटी की वजह बैन-उल-अक़वामी तौर पर तालीम के शोबा में मुनफ़रद मुक़ाम पाया लालू प्रसाद यादव की पंद्रह साला ग़लत हुक्मरानी के सबब इस का नाम ख़राब हुआ है।

उन्होंने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर नतीश कुमार की ज़ेर-ए-क़ियादत जनता दल (यू) बी जे पी की मख़लूत हुकूमत ने बिहार की ख़राब तस्वीर को बेहतर बनाने में काफ़ी कामयाबी हासिल की है और इसकी कामयाब सरगर्मीयों के ज़रीया तमाम तर रियासत बिहार को एक नया मुक़ाम देने में कामयाब हुई है। अदाकार से सियासत दां बन जाने वाले शत्रु धन सिन्हा ने इस उम्मीद का इज़हार किया कि वो दिन दूर नहीं है जब बिहार ख़ुद को तरक़्क़ी याफ्ता रियास्तों जैसे महाराष्ट्रा, कर्नाटक, गुजरात और तामिलनाडू की नशिस्त में खड़ा कर देगा।

शत्रु धन सिन्हा जिन्हें बिहारी बाबू के नाम से पुकारा जाता है, ने इस यक़ीन का इज़हार किया कि रियासत बिहार सालाना 12 फ़ीसद शरह तरक़्क़ी का निशाना पार करेगी। रुकन पार्लीमेंट शत्रु धन सिन्हा ने कहा कि उन्हें अंदरून बैरून-ए-मुल्क रोज़ाना कई एक पैयामात इसे मौसूल होते हैं, जिसमें रियासत बिहार की तरक़्क़ी की कहानी के बारे में जानने की कोशिश की जाती है।