रियासत में जबरी तबदीली मज़हब को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा : डी जी पी

डायरेक्टर जनरल पुलिस तेलंगाना अनुराग शर्मा ने कहा कि रियासत में जबरन तबदीली मज़हब को हरगिज़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इस में शामिल अफ़राद के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाएगी।

तेलंगाना पुलिस हैड क्वार्टर्स में सालाना प्रेस कांफ्रेंस से ख़िताब करते हुए कहा कि रियासत का इंटेलिजेंस अमला पूरी तरह से चौकस है और किसी किस्म की शर अंगेज़ी का बरवक़्त पता लगाने बेहतर इक़दामात किए जा रहे हैं।

उन्होंने मीडीया के सवालात का जवाब देते हुए कहा कि दाअश के नाम पर गुमराह होने वाले नौजवानों की निशानदेही के बाद उनकी वालिदैन की मौजूदगी में कौंसलिंग की जा रही है और उन्हें आगाह किया जा रहा हैके किसी किस्म की गै़रक़ानूनी सरगर्मीयों में शामिल होने पर सख़्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने कहा कि बैंगलौर में हुए बम धमाके के पेशे नज़र रियासत हैदराबाद-ओ-साइबराबाद में पुलिस चौकसी इख़तियार की हुई है।
अनुराग शर्मा ने तमाम साल में पेश आए वाक़ियात बयान करते हुए कहा कि रियासत में जराइम में मामूली सि कमी हुई है और ला ऐंड आर्डर मजमूई तौर पर क़ाबू में है।

उन्होंने बताया कि तेलंगाना रियासत की तशकील के बाद रियासती पुलिस को बैन-उल-अक़वामी मयार पर पहुंचाने इक़दामात किए जा रहे हैं जिस में हैदराबाद को स्मार्ट एंड सेफ सिटी में तबदील करने अव्वलीन तर्जीह दी जा रही है।

रियासत के तमाम पुलिस स्टेशन में ख़वातीन और बच्चों के लिए ख़ुसूसी डेस्क क़ायम किए गए जबकि ख़वातीन और लड़कीयों से छेड़छाड़ की रोक थाम के लिए शि टेम्स भी तशकील दी गई है जो अवामी मुक़ामात और कॉलेजस के क़रीब मुतय्यन किए जा रहे हैं ताके छेड़छाड़ के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जा रही है।

डी जी पी ने बताया कि 2014 नवंबर तक मौसूल क्राईम रेकॉर्ड्स के बमूजब पिछ्ले साल नवंबर तक 0.41 फ़ीसद कमी आई है। उन्होंने बताया कि जारीया साल नवंबर तक जुमला 93, 392 मुक़द्दमात दर्ज किए गए थे जबकि पिछ्ले साल 93,780 मुक़द्दमात दर्ज किए गए थे।

शर्मा ने बताया कि ख़वातीन के ख़िलाफ़ जराइम में मजमूई तौर पर कमी देखी गई है जबकि दस्त दराज़ी वाक़ियात में 26.28 फ़ीसद इज़ाफ़ा हुआ है। उन्होंने बताया कि ख़वातीन को शिकायत दर्ज करने तरग़ीब दी जा रही है। एससी/ एसटी अफ़राद के ख़िलाफ़ मुक़द्दमात में इज़ाफ़ा देखा गया।

मआशी जराइम में 6.47 का इज़ाफ़ा हुआ है जबकि साइबर क्राईम मुक़द्दमात दोगुने होगए हैं। डी जी पी ने बताया कि हादसात की रोक थाम के लिए ट्रैफ़िक विंग हर मुम्किन कोशिश कररहा है और गुज़शता की बनिसबत जारीया साल 4.86 फ़ीसद हादसात में कमी देखी गई है।

उन्हों ने बताया कि ख़वातीन के ख़िलाफ़ जराइम के वाक़ियात पर बरवक़्त कार्रवाई,महिकमा पुलिस में सोश्यल मीडीया का इस्तेमाल और गुमशुदा बच्चों की बाज़याबी के लिए ऑप्रेशन टीम्स किया गया है और अदालत में ज़ेर इलतिवा मुक़द्दमात की जल्द अज़ जल्द समाअत के लिए वीडीयो कांफ्रेंस का इस्तेमाल किया जा रहा है।