रियासत भर में अब तक ज़ाइद अज़ 3 लाख बोगस सफ़ेद राशन कार्ड्स का पता चलाया गया है और तक़रीबन एक लाख कार्ड्स सरकारी मुलाज़मीन की तरफ़ से वापिस कर दिए गए। मालूम हुआ कि सरकारी मुलाज़मीन ने ये बोगस कार्ड्स हुकूमत की आरोग्यश्री स्कीम के तहत ख़ानगी (प्राइवेट) दवा ख़ानों में मुफ़्त ईलाज कराने के मक़सद से हासिल किए थे। शहरी इलाक़ों में बोगस राशन कार्ड की लानत ज़्यादा है।
सरकारी रेकॉर्ड्स के मुताबिक़ रियासत में राशन कार्ड रखने वालों की तादाद 2 करोड़ 29 लाख है। जबकि रियासत की आबादी 8 करोड़ है।
सफ़ेद राशन कार्ड्स की तादाद 2 करोड़ और गुलाबी राशन कार्ड्स की तादाद 29 लाख है। मज़ीद एक करोड़ अफ़राद ने राशन कार्ड्स के लिए दरख़ास्त दी है। इस हिसाब से इस्तिफ़ादा कनिंनदों की तादाद आबादी से बढ़ जाएगी क्योंकि हर कार्ड रखने वाले का ख़ानदान चार अफ़राद पर मुश्तमिल होता है।