महबूबनगर।21नवंबर, ( एजैंसीज़ ) मुस्लमानों की जामि तरक़्क़ी केलिए रियास्ती हुकूमत की जानिब से चलाई जा रही असकीमात से मुकम्मल इस्तिफ़ादा करने का मश्वरा सदर नशीन वक़्फ़ बोर्ड मुहम्मद ग़ुलाम अफ़ज़ल ब्याबानी ख़ुसरो पाशाह ने दरगाह हज़रत निरंजन शाह वली ऒ वाक़्य रंगा पुर ( उच्चम पेट ) की तामीर-ए-नौ के लिए तक़रीब संग-ए-बुनियाद के मौक़ा पर वहां मौजूद मुस्लमानों को दिया। वाज़िह रहे कि मुक़ामी एम पी नागर कुरनूल मिस्टर ऐम जगना थम की जानिब से दरगाह की तामीर-ए-नौ के लिए अपने एरिया तरक़्क़ीयाती फ़ंड से 10लाख रुपय की इजराई अमल में लाई गई है और इस ख़सूस में आज एक तक़रीब का इनइक़ाद अमल में लाया गया, जहां सदर नशीन रियास्ती वक़्फ़ बोर्ड ख़ुसरो पाशाह और एम पी जगना थम के हाथों कामों के आग़ाज़ के मौक़ा पर संग-ए-बुनियाद रखा गया। ख़ुसरो पाशाह ने कहा कि रियास्ती वक़्फ़ बोर्ड की जानिब से रियासत की ओक़ाफ़ी जायदादों की तरक़्क़ी और हिफ़ाज़त केलिए कई इक़दामात किए जा रहे हैं जिस में सब से अहम ओक़ाफ़ी जायदादों के रिकार्ड को कंप्यूटराईज़ड करवाना शामिल ही।उन्हों ने मुक़ामी अवाम को तीक़न दिया कि दरगाह की तामीर में मज़ीद फंड्स दरकार हुए तो वक़्फ़ बोर्ड की जानिब से जारी किए जाएंगी। एम पी जगना थम ने इस बात का इद्दिआ किया कि उन्हों ने अपनी 15साला मीयाद में अक़ल्लीयतों बिलख़सूस मुस्लमानों की तरक़्क़ी केलिए कई एक इक़दामात किए हैं और आगे भी करते रहेंगी.