रियो: खेलों का महाकुंभ ओलंपिक का रंगारंग शुभारंभ

ब्राज़ील के मराकाना स्टेडियम में रंगारंग उद्घाटन समारोह के साथ ही रियो ओलंपिक की शुरुआत हो गई है। उद्घाटन समारोह में ब्राज़ील ने अपनी समृद्ध संस्कृति और इतिहास का प्रदर्शन किया।

रोशनी, संगीत और नृत्य के ज़रिए ब्राज़ील की रंगारंग संस्कृति और विविधता का जश्न मनाया गया। दुनिया के 200 से अधिक देशों के एथलीटों ने 75 हज़ार दर्शकों के सामने मार्च पास्ट किया।

इस खेल आयोजन में 206 देशों की टीमें और एक शरणार्थी टीम कुल 28 खेलों में अपना दमखम दिखाने के लिए ब्राज़ील में हैं। इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर दुनियाभर के करोड़ों लोगों की निगाहें लगी हैं।

भारतीय दल की अगुवाई अभिनव बिंद्रा ने की, भारतीय दल 95वें नंबर पर आया। बीजिंग ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट अभिनव बिंद्रा भारतीय सदस्यों के ध्वज वाहक थे। रियों ओलंपिक में 28 खेलों में कुल 306 स्पर्धाओं में खिलाड़ी भाग लेंगे।

हालांकि ओलंपिक से पहले रूसी डोपिंग विवाद, ज़ीका वायरस और शहरों की सुरक्षा, तैयारी और आयोजन स्थल से जुड़े मुद्दे ख़बरों में छाए रहे। ब्राजील के रियो शहर में होने वाले ओलंपिक आयोजन कई तरह से अनूठे हैं। यह पहली बार है जब किसी दक्षिण अमरीकी देश में ओलंपिक हो रहा है।

रियो के चार जगहों पर खेलों के आयोजन होंगे। ये चार जगहें हैं डियोडोरू, बारा, कोपाकबाना और मराकाना। मराकाना में फ़ुटबॉल का मशहूर स्टेडियम है। मराकाना ज़ीन्यू सबसे छोटा स्टेडियम है। यहां पर वॉलीबॉल खेलों का आयोजन होगा।

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी (आईओसी) के मुताबिक इस साल के रियो खेलों में शरणार्थियों की भी एक टीम हिस्सा ले रही है। आईओसी ने 18 साल की युसरा मर्दीनी और रामी अनीस का नाम शरणार्थियों की टीम में शामिल कर लिया है। ये सभी शरणार्थियों के लिए उम्मीदों का पैगाम है।