रिर्टन अॉफ मार्च: गाज़ा में फलस्‍तीनीयों पर किये नरसंहार के खिलाफ़ जांच को इजरायल ने किया खारिज

इजरायल के विदेश मंत्रालय ने रविवार को घोषित किया कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के फैसले ने गाजा पट्टी में रिटर्न मार्च में नागरिकों के खिलाफ इजरायल के कब्जे द्वारा फिलिस्तीनियों के नरसंहार में जांच आयोग को खारिज कर दिया है। आपको बता दें कि फिलिस्तीन नरसंहार के लिए दुनिया के ज़्यादातर देशों ने गाजा नरसंहार की जांच की थी।

मिडिल ईस्ट मॉनिटर के मुताबिक, इजरायल की स्थिति के जवाब में, हमास ने जोर देकर कहा कि इजरायली सैनिकों की हालिया नरसंहार में जांच का अंतर्राष्ट्रीय आयोग बनाने से इनकार करना युद्ध अपराध में शामिल होने का सबूत है।

हमास आंदोलन के एक प्रवक्ता, अब्दुल्लातिफ अल-कनाउआ ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि इजराइल ने जांच से इनकार इसलिए किया है क्योंकि इजराइल ने फिलिस्तीनियों की जान ली है।

शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र परिषद ने एक स्वतंत्र अंतर्राष्ट्रीय समिति के तत्काल प्रेषण के लिए एक प्रस्ताव को अपनाया, “गाजा में 30 मार्च 2018 को शुरू होने वाले इसरायली हमलों में शहीद फिलिस्तीनियों की जांच की मांग की थी।

इजरायली विदेश मंत्रालय ने मीडिया को प्रसारित एक बयान के माध्यम से तेल अवीव की आधिकारिक स्थिति व्यक्त की, जिसमें कहा गया कि, “इजरायल ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के फैसले को पूरी तरह से अस्वीकार कर दिया ताकि गाजा की घटनाओं में जांच करने से इनकार कर दिया।

मिडिल ईस्ट मॉनिटर के मुताबिक, कई इजरायली राजनेताओं ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद पर 30 मार्च को प्रमुख रिटर्न मार्च की शुरुआत के बाद से गाजा पट्टी में इजरायल के उल्लंघन में एक स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय जांच शुरू करने के फैसले को लेकर यूनाइटेड नेशन पर वार किया है।

साभार- ‘वर्ल्ड न्यूज अरेबिया’