रीटेल शोबा में एफडी आई का फ़ैसला मुत्तफ़िक़ा

नई दिल्ली ३० नवंबर (पी टी आई) यू पी ए की हलीफ़ पार्टीयों तृणमूल कांग्रेस और डी ऐम के की जानिब से रीटेल शोबा में बैरूनी रास्त सरमाया कारी की इजाज़त देने की मुख़ालिफ़त पर इन सी पी ने आज हुकूमत की मुदाफ़अत करते हुए कहा कि एफडी आई का फ़ैसला शऊरी और इजतिमाई था।

भारी मसनूआत और अवामी सनअतों के वज़ीर प्रफुल्ल पटेल ने पार्लीमैंट हाइज़ के बाहर अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए कहा कि हम भी हुकूमत के इस फ़ैसले का हिस्सा हैं। एफडी आई पर जो भी फ़ैसला किया गया है वो इजतिमाई और शऊरी फ़ैसला था।

इन सी पी लीडर ने ये भी कहा कि हुकूमत पर अपोज़ीशन के दरमयान इस मसला पर पार्लीमैंट में तात्तुल पैदा हुआ है वो इस तात्तुल के आजलाना हल की हिमायत करेंगी। हम इस मसला पर तात्तुल को बरक़रार रखना नहीं चाहती। कल जमाती इजलास में हम ने अपनी राय पेश की है। अगर कोई इख़तिलाफ़ राय है तो हुकूमत इस का हल तलाश करने की कोशिश करेगी। तृणमूल कांग्रेस के इस दावे पर कि अहम मसाइल पर फ़ैसला करने से क़बल मख़लूत हुकूमत में हलीफ़ों को एतिमाद में नहीं लिया जा रहा है।

प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि मख़लूत हुकूमत में हलीफ़ों के दरमयान मुज़ाकरात और ग़ौर-ओ-ख़ौज़ वक़्त की ज़रूरत है। लेकिन मैं समझता हूँ कि तमाम हलीफ़ पार्टीयों के दरमयान कोई मुज़ाकरात नहीं हुए होंगी। ये मुज़ाकरात और ग़ौर-ओ-ख़ौज़ हलीफ़ पार्टीयों का एक सिलसिला वार अमल है।

काबीना में डी ऐम के एम पी कन्नी मोज़ही को शामिल करने के इमकानात से मुताल्लिक़ उन्हों ने कहा कि ये फ़ैसला करना वज़ीर-ए-आज़म का इख़तियारी तमीज़ी है। मैं काबीना में शमूलीयत के फ़ैसले पर कोई तबसरा नहीं करना चाहता। कन्नी मोज़ही को 2G केस में मुल्ज़िम क़रार दिया गया है और उन्हें हाईकोर्ट ने कल ही ज़मानत पर रहा करदिया है।