रीटेल शोबा में 51 फ़ीसद रास्त बैरूनी सरमाया कारी को मंज़ूरी

नई दिल्ली २५ नवंबर ( पी टी आई ) एक बड़ा फ़ैसला करते हुए हुकूमत ने आज शाम मल्टी ब्रांड रीटेल शोबा में 51 फ़ीसद तक रास्त बैरूनी सरमाया कारी की इजाज़त देदी है जिस के नतीजा में आलमी सतह पर शौहरत रखने वाली कंपनीयां जैसे वाल मार्ट एक मीलियन् से ज़्यादा आबादी वाले शहरों में अपने मेगा स्टोरस क़ायम कर सकती हैं।

मर्कज़ी काबीना का आज शाम इजलास मुनाक़िद हुआ जिस में इस तजवीज़ को हुकूमत की अहम हलीफ़ तृणमूल कांग्रेस की सख़्त मुख़ालिफ़त के बावजूद मंज़ूरी दे दी गई । वज़ीर-ए-आज़म डाक्टर मनमोहन सिंह इस फ़ैसले के हक़ में थे । वज़ीर रेलवे मिस्टर दिनेश त्रिवेदी ने इस फ़ैसले की मुख़ालिफ़त की ताहम वज़ीर-ए-तजारत-ओ-सनअत आनंद शर्मा ने उन्हें मतला किया कि वो इस मसला पर तृणमूल की सरबराह ममता बनर्जी से बातचीत कर ली है ।

डी एम के के नुमाइंदे ऐम के अलागीरी ने भी इस फ़ैसले पर पार्टी तशवीश से वाक़िफ़ करवाया । ज़राए ने कहा कि वज़ीर फ़ीनानस मिस्टर परनब मुखर्जी ने इस तजवीज़ की ताईद की और कहा कि इस के नतीजा में देही इन्फ़िरा स्ट्रकचर को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है ।

हुकूमत ने आज अपने फ़ैसले के ज़रीया ये तास्सुर देने की कोशिश की है कि वो अहम शोबा जाती इस्लाहात के अमल को आगे बढ़ाने पर अटल है और पालिसी फ़ैसले तात्तुल का शिकार नहीं हो रहे हैं। इस फ़ैसले के नतीजा में 590 बिलीयन डॉलर्स की रीटेल मार्किट में ज़बरदस्त तबदीलीयां रौनुमा हो सकती हैं।

हुकूमत के इस फ़ैसले का सनअती हलक़ों अंदरून-ए-मुल्क् और बैरूनी कंपनीयों वग़ैरा ने ख़ैर मुक़द्दम किया है । ज़राए ने कहा कि काबीना ने किसी एक ब्रांड में रास्त बैरूनी सरमाया कारी की हद 51 फ़ीसद तक महिदूद करने से भी गुरेज़ किया है जिस के नतीजा में अब आलमी कंपनीयां ग़िज़ाई अजनास लाईफ़ असटाईलस और स्पोर्टस कारोबार से मुताल्लिक़ स्टॊर्स् क़ायम कर सकती हैं।

आलमी ब्रांडज़ जैसे आदि दास Gucci, LVMH हरमस और कोस्टा काफ़ी अब हिंदूस्तान में मुकम्मल मिल्कियत के साथ कारोबार करसकती हैं।ये कंपनीयां कम अज़ कम 100 मुलैय्यन डालर सरमाया से कारोबार शुरू करसकती हैं।