सेक्रेट्री अक़लीयती बहबूद अहमद नदीम की रुक्न वक़्फ़ बोर्ड की हैसियत से नामज़दगी के मसअले पर एक तनाज़ा पैदा हो गया है और ख़ुद महकमा के सीनियर ओहदेदार इस तक़र्रुर को क़वाइद की ख़िलाफ़वर्ज़ी से ताबीर कर रहे हैं।
वाज़ेह रहे कि वज़ीरे अक़लीयती बहबूद अहमदुल्लाह ने कमिशनर अक़लीयती बहबूद की ग़ैर मौजूदगी की सूरत में सेक्रेट्री अक़लीयती बहबूद को बाएतबार ओहदा रुक्न वक़्फ़ बोर्ड मुक़र्रर करते हुए अहकामात जारी किए। बताया जाता है कि इस सिलसिले में ख़ुद सेक्रेट्री अक़लीयती बहबूद से मंज़ूरी हासिल की गई ताहम उन का तक़र्रुर क़वाइद की ख़िलाफ़वर्ज़ी है।
वो इस हैसियत से वक़्फ़ बोर्ड के किसी भी फ़ैसला पर हुक्म इलतवा जारी कर सकते हैं। इस एतबार से सेक्रेट्री अक़लीयती बहबूद वक़्फ़ बोर्ड से बाला-ए-तर हैं। हुकूमत ने उन्हें रुक्न वक़्फ़ बोर्ड मुक़र्रर करते हुए उन की अपीलेट अथॉरीटी की हैसियत कम करने की कोशिश की है।