यूरोपी मुल्क रुमानीया के साबिक़ (भूत पूर्व ) वज़ीर-ए-आज़म (प्रधान मंत्री ) आद्रियान नासथाज़े ने सुप्रीम कोर्ट की जानिब से सज़ा के ख़िलाफ़ अपील मुस्तर्द किए जाने के बाद ख़ुदकुशी की कोशिश की । ज़राए इबलाग़ (सूत्रों) की इत्तिलाआत के मुताबिक़ रुमानीया के साबिक़ (भूत पूर्व ) वज़ीर-ए-आज़म आद्रियान ने बदउनवानी (भ्रष्टाचार) के इल्ज़ाम में मिलने वाली दो साल सज़ाए कैद के ख़िलाफ़ आला मुल्की अदालत से अपील कर रखी थी जो मुस्तर्द कर दी गई।
बज़ाहिर इस फ़ैसले से दिल बर्दाश्ता हो कर उन्हों ने अपनी जान लेने की कोशिश की। दार-उल-हकूमत (राजधानी) बुख़ार सट में तिब्बी (मेडिकल) ज़राए ने बताया कि उन्हों ने अपनी गर्दन में गोली मारी है जबकि उन के वकील का इसरार है कि साबिक़ (भूत पूर्व ) वज़ीर-ए-आज़म (प्रधान मंत्री ) की हालत ख़तरे से बाहर है।
उन्हों ने सहाफ़ी (पत्रकारों) को बताया कि आद्रियान नासथाज़े होश में आ गए हैं और ज़िंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। मुल्क की ज़राए इबलाग़ (सूत्रों) के मुताबिक़ उन की गर्दन में लगी गोली निकालने के लिए ऑप्रेशन किया जाएगा।
वज़ीर-ए-आज़म (प्रधान मंत्री ) वकटोर पौंटा ने साबिक़ (भूत पूर्व ) वज़ीर-ए-आज़म (प्रधान मंत्री ) की बहाली सेहत की उम्मीद ज़ाहिर की है। 61 साला साबिक़ (भूत पूर्व ) वज़ीर-ए-आज़म (प्रधान मंत्री ) ने 2000 से 2004 तक वज़ारत-ए-अज़मा का क़लमदान(मंत्रालय) सँभाला था ।