रूस का जंगी बहरी जहाज़ (युद्ध पोत) ख़लीज-ए-अदन पहुंच गया

रूस के शुमाली बेड़े का आबदोज़ शिकन बहरी जंगी जहाज़ (युद्ध पोत) वाइस ऐडमिर्ल कोला कूफ़ख़लीज-ए-अदन में तिजारती (व्यापारिक ) जहाज़ों की हिफ़ाज़त करने वाले जहाज़ों में शामिल हो गया और लाईबीरया के दो ऑयल टैंकरों और सिंगापुर के पर्चम (झंडे) तले सफ़र करने वाले एक तिजारती (व्यापारिक ) जहाज़ के साथ हो गया जो बहर-ए-अहमर में पहुंचने के लिए एक हज़ार समुंद्री मील का सफ़र तय करेंगे।

वाइस ऐडमिर्ल कोला कूफ़ सेव रोमो रिस्क बंदरगाह से 6 अप्रैल को रवाना हुआ था और पनामा, मालटा,तुर्की और जज़ीरा मार्शल के पर्चम (झंडे) तले सफ़र करने वाले 8 बहरी (समुद्री) जहाज़ों की हिफ़ाज़त की। रूस, ख़लीज-ए-अदन में बहरी (समुद्री) क़ज़्ज़ाक़ों (डाकूओं ) से निमटने की बैन-उल-अक़वामी (अन्तराष्ट्रीय )मुहिम में मुस्तक़िल (स्थाई रूप से ) शरीक है।