रूस की नई मिसाइल को यूरोप और एशिया में बिछे अमरीकी डिफ़ेंस सिस्टम भी नहीं रोक सकते- पुतिन

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दावा किया है कि रूस ने एक ऐसी मिसाइल बनाई है, जिसके आगे दुनिया की कोई भी मिसाइल टेक्नोलॉजी टिक नहीं सकती।

चुनाव से ठीक पहले गुरुवार को अपने आखिरी भाषण में पुतिन ने कहा कि ये नया हथियार दुनिया के किसी भी कोने में पहुंच सकता है और इसके आगे नाटो (NATO) की ताकत कुछ भी नहीं है।

पुतिन ने दावा किया कि न्यूक्लियर क्षमता वाली इस मिसाइल को यूरोप और एशिया में मौजूद अमेरिका की शील्ड भी नहीं रोक सकती है।

रूस के सरकारी टीवी पर पुतिन ने लोगों को एक प्रज़ेंटेशन भी दिखाया। इसमें पुतिन ने कहा कि रूस ऐसे ड्रोन भी तैयार कर रहा है जिन्हें पनडुब्बियों से छोड़ा जा सकेगा और वो परमाणु हमला करने में सक्षम होंगे।

पुतिन ने आगे कहा कि रूस की इस नई मिसाइल को यूरोप और एशिया में बिछे अमरीकी डिफ़ेंस सिस्टम भी नहीं रोक सकते। एक ऐनिमेशन में रूस से मिसाइल लॉन्च किया जाता और उसे अटलांटिक महासागर के ऊपर दिखाया गया।

पुतिन ने कहा कि वॉशिंगटन मॉस्को की परमाणु ताकत को समझने में पूरी तरह से नाकाम रहा है। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका ने हथियारों पर नियंत्रण के लिए उचित वार्ता भी नहीं की।

वार्षिक संबोधन के दौरान पुतिन ने चेतावनी दी कि ‘मॉस्को साइज पर गौर किए बगैर खुद पर या अपने सहयोगियों पर किसी भी तरह के परमाणु हमले को रूस पर हमला मानेगा।

किसी भी परमाणु हमले को गंभीरता से लिया जाएगा।’ पुतिन ने साफ कहा कि रूस फौरन कोल्ड वॉर स्टाइल में ऐसे हमले का जवाब देगा। हालांकि रूस के राष्ट्रपति ने यह स्पष्ट नहीं किया कि मॉस्को के सहयोगी देश कौन से हैं। उन्होंने किसी भी फौरी खतरे के बारे में भी कुछ नहीं कहा।