रूस में छापे गए करंसी से शामी फ़ौज को तनख़्वाहें

आलमी पाबंदीयों के नतीजे में शाम में पैदा होने वाले इक़तिसादी बोहरान से निमटने की ख़ातिर रूस ने 240 टन शामी करंसी छाप कर मौसम-ए-गर्मा के दौरान दमिशक़ पहुंचाई ताकि बशारुल असद हुकूमत 2011-के बाद से मुल्क में अवामी इंतिफ़ाज़ा को कुचलने में मसरूफ़ फ़ौज को तनख़्वाहें अदा कर सके।

बर्तानवी अख़बार टाईम्स ने अपनी तफ़सीली रिपोर्ट में कहा है कि शाम और रूस के दरमयान । रूस में छापी गई शामी करंसी की दमिशक़ तरसील के बाद अब एक मिलयन हुकूमती वरकर को तनख़्वाहों की अदायगी का मरहला आसान हो जाएगा।

रूस और शाम के दरमयान करंसी की तबाअत का मुआहिदा नई करंसी के लिए नहीं बल्कि पहले से ही गर्दिश में नोटों की अज सर-ए-नौ तबाअत है।