रूस में चुनाव आयोग ने विपक्षी नेता एलेक्सेई नावालनी को अगले राष्ट्रपति चुनाव में खड़ा होने रोक दिया है. नावालनी ने इसे राष्ट्रपति पुतिन के विरोधियों को दबाने की कोशिश बताया है.
भ्रष्टाचार विरोधी प्रोग्रेस पार्टी के नेता नावालनी ने कहा कि वह इस निर्णय के खिलाफ रूस के संवैधानिक अदालत में अपील करेंगे, हालांकि उन्हें पता है कि “अदालत भी उसी व्यवस्था का हिस्सा है.”
पुतिन के प्रमुख आलोचक नावालनी को रूसी अधिकारियों ने कई बार गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने उन पर गबन और धोखाधड़ी के कई आरोप लगाए हैं, जिसकी वजह से उन्हें 2013 और 2014 में दोषी ठहराया गया था. हालांकि, बाद में कैद की सजा को निलंबित कर दिया गया.
आपराधिक रिकॉर्ड के कारण निर्वाचन आयोग ने नावालनी का आवेदन रद्द करने का फैसला लिया है. आयोग ने इस पर वाद-विवाद किया कि दोषी ठहराए जाने के बाद उन्होंने अपना मताधिकार खो दिया है. नवलनी के हजारों समर्थकों ने उनकी उम्मीदवारी का समर्थन करने के लिए रविवार को रूस के कई शहरों में सड़कों पर प्रदर्शन किया.