रेप इंडिया मे ज्यादा होता है भारत में नही : मोहन भागवत

आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने कहा है कि रेप के वाकीयात ‘भारत’ में नहीं ‘इं‌डिया’ में ज्यादा होती हैं। उन्होंने कहा है कि गांवों में जाइए और देखिए वहां खवातीनो का रेप नहीं होता, जबकि शहरी खवातीन रेप की ज्यादा शिकार होती हैं।

मोहन भागवत ने कहा है कि रेप जैसे वाकियात को रोकने के ‌लिए खवातीनो के तरफ से नजरिया बदलने की जरूरत है। वहीं, बिजेपी लीडर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है ‘ खवातीन हुदूद न लांघें नहीं तो रावण हरण के लिए बैठा है।’

कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि खवातीनो को अखलाकी हुदूद लांघने पर सजा मिलती है। उन्होंने कहा कि खवातीन हुदूद में रहें वरना रावण हरण के लिए आएगा। उन्होंने कहा कि हर शख्श के लिए लक्ष्मण रेखा खींची गई है। उस लक्ष्मण रेखा को पार करने पर रावण सामने बैठा है। वो सीता हरण कर ले जाएगा।

हालांकि मोहन भागवत के बयान की सयासी हलकों में तंकीदे हो रही है। कांग्रेस लीडर पीएल पुनिया ने कहा है कि भागवत गांवों की हकीकत से वाकिफ नहीं है। गांवों में द‌लित खवातीन रेप का सबसे ज्यादा शिकार हो रही हैं। पुनिया ने कहा कि यौन हमलों का शिकार भी दलित खवातीन ही हो रही हैं। लेकिन ये मामले सामने ही नहीं आ पाते।

वहीं, सामाजी कारकुन किरण बेदी ने कहा कि गांवों में होने वाली रेप के वाकियो की रिपोर्ट ही नहीं हो पाती। दिल्ली गैंगरेप का मुद्दा इतना बड़ा बन पाया क्योंकि यहां मीडिया और नौजवानो का दबाव था, जबकि गांवों में ऐसे हालात नहीं है।

विजयवर्गीय बयान ने मध्य प्रदेश हुकूमत के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है। कांग्रेस ने विजयवर्गीय के इस बयान की तंकीद की है।