कानपुर. उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मिनिस्टर आजम खान का एक रेप की मुतास्सिरा पर दिए गए बयान को लेकर बवाल मच गया है. आजम खान ने रेप की मुतास्सिरा को भरी इजलास में यह कह दिया कि अगर अपनी बदनामी को शोहरत बनाएगी तो जमाने को अपनी शक्ल कैसे दिखाएगी. जहां एक तरफ भाजपा ने इसके लिए आजम खान की तन्कीद की है वहीं रेप की मुतास्सिरा ने कहा है कि अब कभी वो आजम खान के पास नहीं जाएगी.
कानपुर में जुमेरात के रोज़ एक प्रोग्राम के दौरान रेप की मुतास्सिरा सपा लिईडर व यूपी में कैबिनेट मिनिस्टर आजम खान के पास पुलिस की शिकायत लेकर गई थी, लेकिन उसे मेमो देने के लिए आजम खान के पास नहीं जाने दिया गया. इसके बाद मुतास्सिरा स्टेज के पास हंगामा करने लगी. इसे देखकर आजम खान ने स्टेज से कह दिया कि मैं पूरी वजह नहीं जान सका कि किस बहन ने यहां बड़ा हल्ला किया है, लेकिन ये अंदाजा मैंने लगा लिया कि बात जरूर संगीन होगी. हम उनका मेमो लेकर जाएंगे, लेकिन उन्हें अच्छी खासी शोहरत मिल गई है. जो शिकायत है वो उनकी बड़ी बदनामी की शिकायत है, अगर इस तरह बदनामी को इतनी शोहरत देगी तो जमाने को शक्ल कैसे दिखाएगी. आजम के इतना कहने के बाद वहां बैठे लोग तालियां पीट-पीटकर हंसने लगे.
आजम खान के इस बयान को लेकर भाजपा के यूपी चीफ लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा है कि अगर खातून उनके पास गई थी तो उन्हें मेमो लेना चाहिए था, बजाय इस तरह आवामी तब्सिरा करने के. वहीं रेप की मुतास्सिरा का कहना है कि वो आजम खान की ज़ुबान से बेहद मायूस हैं और अब वो उनके पास कभी नहीं जाएंगी.
आपको बता दें की इस खातून के साथ चार महीने पहले एक चलती ट्रेन में गैंगरेप हुआ था. इसके बाद उसने पुलिस में केस दर्ज करवाने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने सिर्फ छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया. खातून का इल्ज़ाम आरोप कि रेप करने वाले खुले घूम रहे हैं और उसे केस वापस लेने के लिए धमका रहे हैं.