रेप के बदले रेप कांड : गुस्से में है समाज का हर तबका

स्वांग गुलगुलिया बस्ती में पीर की रात इंसानियत को शर्मसार करने वाली वाकिया को सबने मुजमत की है। बच्ची के साथ समाजी पंचायत के फरमान के बाद रेप के लिए जिम्मेवार लोगों को कड़ी सजा की मुतालिबा की गई है।

साथ ही आम राय उभरी की तालिबानी पंचायत से किसी समाज का भला नहीं होने वाला। इस तरह की पंचायतों पर बिला ताखीर बैन लगाने की मांग उठी। पंचायत सतह पर निज़ाम को दुरुस्त नहीं करने की वजह ही इस क़िस्म के तुगलकी फरमान से इंसानियत को शर्मसार होना पड़ा है। इसकी मज़मत की जानी चाहिए। तमाम मुजरिमों को सख्त सजा मिले।
कांति देवी, ब्लॉक प्रमुख, गोमिया

बच्ची के साथ रेप करने वाले के साथ फरमान जारी करने वाला भी यकसा मुजरिम है। इसे कानून के साथ समाजी सजा मिलनी चाहिए। तभी खातून के फी समाजी दरिंदगी मिटेगी।

मधुबाला पांडेय, जिलासदर, राजद खातून मोर्चा

बोकारो खातून की ताक़त के नाम पर सरकारी खेल बंद हो और ख़वातीन को हक़ के ताईन मुहिम किया जाए। तभी इस तरह की वारदात बंद होंगी। मुजरिमों को सख्त सजा मिले।

चंदना डे, जिला सदर, भाजपा ख़वातीन मोर्चा, बोकारो

महिलाओं का हर सतह पर इस्तहसाल हो रहा है। बच्ची के साथ गैर इंसानी वाकिया को अंजाम देने और तुगलकी फरमान सुनाने वालों को भी सख्त सजा मिले। तभी समाज को सीख मिलेगी।

छविबाला, आरटीआई कारकुन, गंझूडीह

स्वांग गैर सरकारी अदारे की तरफ से खातून इख्तियार में किये जा रहे कोशिश नाकाफी है। गुलगुलिया बस्ती की गैर इंसानी वाकिया इसी का नतीजा है। पंचायत सतह पर काम करने की जरूरत है। मुजरिमों को सख्त सजा मिले।

शांति देवी, ससबेड़ा मगरीबी पंचायत

गोमिया आदिवासी समाज भी इस क़िस्म के समाजी पंचायत के हिमायत नहीं करता है। एक बच्ची के साथ किए गए कुकर्म से सभी आहत हैं। मुजरिम को सख्त सजा मिले।

सोनाराम बेसरा, सदर, आदिवासी विकास समिति

करमाटांड गुलगुलिया समाज का तुगलकी फरमान एक जुर्म है। इससे इंसानियत शर्मसार हुआ है। मुजरिमों को सख्त सजा से दूसरों को सीख मिलेगी।

सुनील सिंह, समाजी कारकुन और कारोबारी

स्वांग पंचायतीराज इंतिख़ाब के बाद रियासती हुकूमत इसके ताईन अपना फर्ज़ भूल गई।पंचायतों को हक़ नहीं मिलने से औने-पौने सतह पर पंचायत कर इंसानियत को शर्मसार किया जा रहा है। मुजरिमों को सख्त सजा मिले।

रामचंद्र ठाकुर, रियासती सेक्रेटरी मंडल मेम्बर, सीपीएम

झारखंड गुलगुलिया बस्ती की वाकिया से इंसानियत शर्मशार हुई है। इसके लिए मुजरिमों को सख्त सजा मिले। पूरा कैथोलिक समाज इसकी मज़मत करता है।

फादर जेवियर कूल्लू, सेक्रेटरी, लोयोला कैथेलिक चर्च शरीक प्रिंसिपल

गोमिया जदीद चकाचौंध के दरमियान दकियानूसी रिवाज को ढोने वाले लोग जुर्म को बढ़ा रहे हैं। यह संगीन फआल चौकाने वाला है। इस नफरत के काम को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।

डॉ एके झा, सीएमओ, आर्डियर अस्पताल, आईईएल