वाशिंगटन, 09 जनवरी (पी टी आई) 23 साला मेडीकल तालिबा के बहीमाना इजतिमाई इस्मतरेज़ि केस के ख़िलाफ़ सारे हिंदूस्तान में अवामी एहतिजाज एक तरह से मुल्क का बहर अरब(Arab Spring) है, ये तास्सुर फरीद ज़करिया का है जो अमेरीका में ख़ारिजा पॉलीसी से वाबस्ता निहायत बाअसर सहाफ़ीयों में से हैं।
ज़करिया ने कहा कि एक तरह से ये अवामी रद्द-ए-अमल हिंदूस्तान का बहर ए अरब है लेकिन इसे बरक़रार रखना होगा और हक़ीक़ी इस्लाह और तब्दीली लाने के लिए ये ज़रूरी है। ये हिंदूस्तानी बहर अमली तौर पर बहर अरब (Arab Spring) से कहीं ज़्यादा मूसिर साबित होगी बशर्ते कि इसके क़ौमी क़ाइदीन अपने मुल्क में हक़ीक़ी और जामि तब्दीली की ज़रूरत को तस्लीम कर लें।
48 साला मुंबई नज़ाद ज़करिया को 2010 में हिंदूस्तानी हुकूमत से पद्म भूषण हासिल हुआ है।