रेलयात्री के ट्वीट पर डीजीपी ने सुनी फरियाद, 41 मनचले गिरफ्तार

शम्स तबरेज़, ब्यूरो रिपोर्ट।
लखनऊ: आज के डिजीटल युग में सोशल मीडिया आम लोगो के लिए एक हेल्प सेन्टर बनता जा रहा है। कुछ लोग इसका गलत फायदा भी उठाते है, लेकिन सोशल मीडिया से होने वाले फायदे को झुठलाया भी नहीं जा सकता है। अभी हाल ही के दिनों में हमने देखा कि सेना और अर्धसेना के कई चौकाने वाले मामले सामने आए है। अगर बात करे नेताओं की तो रेलमंत्री सुरेश प्रभु सोशल मीडिया पर अक्सर लोगों की फरियाद सुना करते हैं। सुरेश प्रभु अक्सर ट्वीटर पर रेल यात्रियों की परेशानी पर तुरन्त एक्शन लेते हैं और बात अगर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का किया जाए तो विदेश में फंसे भारतीयों की सहायता करने में सुपरफास्ट रही हैं। लेकिन नौकरशाहों के सोशल मीडिया पर लोगों की परेशानियों पर फौरन एक्शन लेने का मामला कम ही सुनने को मिलता है। इस बार मामला सामने आया है उत्तर प्रदेश की पुलिस का! जी हां सही सुना, यूपी पुलिस! अक्सर अपनी ​सुस्त छवि के लिए बदनाम यूपी पुलिस ने ट्वीटर के ज़रीए एक ​शिकायतकर्ता की शिकायत पर 41 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है। मामला चेन्नई से लखनऊ आ रही लखनऊ एक्सप्रेस (16093) का है जिसके एस—7 और एस—8 में कुछ छ़ात्राएं टूर से वापस लखनऊ लौट रही थी। लेकिन बीना स्टेशन पर कुछ लड़के कोच में चढ़ गए और उन छात्राओं के साथ अभद्रता करने लगे। सोमवार की शाम समाचार पत्र अमर उजाला पोटर्ल के हवाले से ये बात सामने आई कि आर्क शफी नाम के व्यक्ति ने रेलमंत्री और यूपी पुलिस डिजीपी जावेद अहमद के ट्वीटर हैंडल पर ट्वीट करके लड़कियों के साथ अभद्रता होने की सूचना दी। सूचना मिलने के बाद डीजीपी कार्यालय ने शिकायतकर्ता का मोबाईल नम्बर मांगकर उससे बात की और फौरन इसकी सूचना जीआरपी मुख्यालय को दी गई। जिसके बाद जीआरपी और आरपीएफ ने ट्रेन को ललितपुर पहुंते ही घेर लिया गया और उन संदग्ध युवको पुलिस ने पकड़ लिया। संदिग्धों पर बिना टिकट यात्रा करने के आरोप में रेल अधिनियम के तहत जेल भेज दिया गया है। यूपी पुलिस की इस दरियादिली को देखकर छात्राओं ने ​डीजीपी का शुक्रिया अदा किया है।