रेलवे के खिलाफ नरसंहार का मुकदमा चलाने की उठी मांग

नई दिल्ली : मुंबई के एलफिंस्टन स्टेशन पर शुक्रवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे भगदड़ मच गई, जिसमें अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है और तीस से अधिक लोग घायल हैं. शिवसेना ने मांग की है कि इस हादसे के लिए रेल मंत्रालय पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए.

शिवसेना सांसद संजय राउत ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि, “राज्य सरकार के ऊपर सदोष मनुष्यवध (नरसंहार) का FIR दर्ज होना चाहिए और रेलवे मंत्रालय पर मुकदमा चलना चाहिए।”

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शिवसेना ने दावा किया है कि उनकी पार्टी के सांसदों ने 2015 और 2016 में फुट ओवर ब्रिज को चौड़ा करने की मांग रखी थी। शिवसेना सांसद अरविंद सावंत और राहुल शेवाले ने रेलवे को इस मामले में चिट्ठी भी लिखी थी। लेकिन तत्कालीन रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने फंड की कमी का हवाला देकर पल्ला झाड़ दिया था।

वहीं, कांग्रेस ने भी सरकार को आड़े हाथों लिया है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि ऐसी घटनाओं से सरकार बदनाम हो चुकी है लोग बहुत अधिक परेशान है फिर भी सरकार की नजर जनता की समस्याओं पर नहीं जाती है। रेलवे ब्रिज हादसे के बाद से ये बात सामने आई है कि ये घटना सरकारी लापरवाही की वजह से हुई।

रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने रेलवे को क्लीन चिट देते हुआ कहा है कि रेलवे का पुल दुरुस्त था, लेकिन अफवाह से भगदड़ मची और लोगों की जान गई. सिन्हा ने ब्रिज पर जगह की कमी से भी इंकार किया है. जबकि शिवसेना ने दो साल पहले रेल मंत्री को पत्र लिखकर ब्रिज को चौड़ा करने की मांग रखी थी, लेकिन तत्कालीन रेल मंत्री ने फंड ना होने की बात कही थी.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी मुंबई हादसे पर दुख जताते हुए घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना की है.

इस हादसे के बाद रेल मंत्री पीयूष गोयल के खिलाफ गुस्से की लहर दौड़ गई है. अस्पताल के बाहर घायलों के रिश्तेदारों और शिवसेना कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया.