रेलवे भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने पर छात्र आंदोलन युवा-हल्लाबोल ने जताया रोष

रेलवे के ग्रुप D की ऑनलाइन परीक्षा के 27 सितंबर का प्रश्न पत्र वायरल हो गया है। जिसका खुलासा सबसे पहले युवा-हल्लाबोल आंदोलन ने अपने फेसबुक पेज से किया।

बता दें कि ऑनलाइन परीक्षा में पेपर वायरल होने की शूरुआत एसएससी की परीक्षा से हुई, जिसमें प्राईवेट वेंडर सिफी के ऐसे कर्मचारी भी लिप्त पाए गए थे जो परीक्षा से पहले ही पेपर बेच देते थे। अब इसी तरह का मामला रेलवे भर्ती परीक्षा में आया है, जिसमें 2 करोड़ 37 लाख उम्मीदवार 60 हजार वेकैंसी के लिए परीक्षा दे रहे हैं।

दैनिक भास्कर द्वारा 27 सितंबर को प्रकाशित एक खबर में भी रिपोर्ट किया गया कि जबलपुर में हो रहे ऑनलाइन परीक्षा के दौरान एक छात्र के पास प्रश्नपत्र की उत्तरकुंजिका (answer key) मिली, जो कि पेपर लीक होने की संभावनाओं की पुष्टि करता है।

डिजिटाइजेशन को जहाँ पूरी दुनिया क्रान्ति की तरह देख रही है वही हमारे देश में यह एक नए गोरखधंधे की राह बन गई है।

युवा-हल्लाबोल ने बताया कि  डिजिटाइजेशन के जमाने में दुनिया आगे बढ़ रही है और हमारे देश में परीक्षा लीक का मामला काफी हतोत्साहित कर रहा है। जहाँ इसी रेलवे ग्रुप D की परीक्षा में पहले रिमोट एक्सेस और डमी कैंडिडेट बैठाने की बात सामने आई थी। अब पेपर लीक का मामला परीक्षा प्रणाली में अभ्यर्थियों के भरोसे को तोड़ रहा है। गौरतलब है कि एसएससी की ऑनलाइन परीक्षा में भी यही मामला आया था जिसको युवा-हल्लाबोल ने मजबूती से उठाया था।

डिजिटल इंडिया का ढिंढोरा पीटने वाली सरकार की पोल इसी उदाहरण से खुल जाती है कि सरकारी नौकरियों में भर्ती के लिए कोई भी ऑनलाईन परीक्षा बिना धांधली, भ्रष्टाचार या पेपर लीक के नहीं हो पा रही है।

युवा-हल्लाबोल ने मांग किया है कि मामले की निष्पक्ष जाँच करवाकर दोषी अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए ताकि बेरोज़गार युवाओं के साथ न्याय हो और परीक्षा प्रणाली में विश्वास कायम हो।