रेलवे में रोज़गार की फ़राहमी सुनहरी मौक़ा, भरपूर इस्तिफ़ादा की ज़रूरत

हिंदुस्तान में रेलवे निज़ाम सिर्फ़ 34 किलोमीटर के फ़ासले से शुरू हुआ और आज रेलवे लाईन 65 हज़ार किलोमीटर का अहाता करती है। रेलवे में इस वक़्त 17 ज़ोन्स हैं और साउथ सेंट्रल रेलवे सिकंदराबाद में ग्रुप D ज़मुरा की 3 हज़ार जायदादों पर भर्ती के लिए दरख़ास्तें तलब की गई हैं।

इस ज़मुरा के तहत तक़र्रुर पाकर तरक़्क़ी के कई मवाक़े हैं। इन ख़्यालात का इज़हार जनाब मुहम्मद उसमान सीनियर इन्सपेक्टर साउथ सेंट्रल रेलवे लालागुड़ा ने यहां महबूब हुसैन जिगर हाल अहाता रोज़नामा सियासत ,आबिड्स में रेलवे में रोज़गार के मवाक़े के ज़ेरे उनवान मुनाक़िदा सेमीनार को मुख़ातब करते हुए किया। तक़र्रुरात, रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड और अब रेलवे रिक्रूटमेंट सेल के तहत होते हैं।

जो उम्मीदवार पूरी संजीदगी और यकसूई के साथ तैयारी करते हुए अपने फ़ार्म दाख़िल करके शरीक इम्तेहान होते हैं, यक़ीनन उन को मुलाज़मत हासिल होती है। सिर्फ़ फ़ार्म दाख़िल करके मुलाज़मत हासिल करना चाहे तो ये ख़ामख़्याली है।

उन्हों ने रेलवे मह्कमाजात में अपने तीन साला तजुर्बात को मोअस्सर अंदाज़ में पेश किया और अब जो साउथ सेंट्रल रेलवे जिस का क़ियाम 1966 में हुआ, आज इस के मुख़्तलिफ़ डीविज़न में ग्रुप डी ज़मुरा के तहत ज़ाइद अज़ 3 हज़ार जायदादों पर तक़र्रुरात के लिए मुस्लिम अक़लीयती तबक़ा के अफ़राद को भरपूर इस्तिफ़ादा करना चाहीए।
आख़िर में जनाब एम ए हमीद ने शुक्रिया अदा किया। वाज़ेह रहे कि सेमीनार में हैदराबाद के इलावा अज़ला के नौजवानों की कसीर तादाद ने शिरकत की।