रेलवे रिश्वत घोटाले में बंसल से 6 घंटों तक पूछताछ

नई दिल्ली, 5 जून: ( पी टी आई ) सी बी आई ने आज साबिक़ वज़ीर रेलवे मिस्टर पी के बंसल से रेलवे रिश्वत सतानी स्कैंडल में छः घंटों तक पूछताछ की जिसमें इनके भांजे विजय सिंगला और रेलवे बोर्ड के रुकन महेश कुमार शामिल हैं। ज़राए ने कहा कि बंसल को सी बी आई गेस्ट हाऊस में 11 बजे दिन तलब किया गया ताकि मीडिया के हुजूम से बचा जा सके ।

मीडिया हुजूम सी बी आई हेड क्वार्टर्स पर जमा हो गया था । ज़राए ने बताया कि उन से शाम 6.45 बजे तक पूछताछ की गई । इस दौरान ज़ुहराना के लिए देढ़ घंटा तक का ब्रेक दिया गया था । ज़राए ने कहा कि सी बी आई इस रिश्वत स्कैंडल में बंसल के रोल का पता चलाना चाहती है ।

बंसल से महेश कुमार से मुलाक़ातों से मुताल्लिक़ कई सवाल किए गए । इसके इलावा कुमार की तरक़्क़ी और इज़ाफ़ी ज़िम्मेदारी दिए जाने से मुताल्लिक़ भी उन से सवालात किए गए । ये इल्ज़ाम है कि महेश कुमार ने बंसल के भांजे सिंगला को 90 लाख रुपय अदा किए थे ताकि वो जनरल मैनेजर ( वेस्ट ) का इज़ाफ़ी ओहदा बरक़रार रख सकें जबकि उन्हें रेलवे बोर्ड रुकन ( स्टाफ़ ) की हैसियत से तरक़्क़ी दी गई थी ।

कहा गया है कि महेश कुमार ने सिंगला के साथ बोर्ड में रेलवे बोर्ड रुकन ( इलेक्ट्रिकल) की हैसियत से तरक़्क़ी के लिए 10 करोड़ रुपये की मुआमलत की थी और इसी के एक हिस्से के तौर पर उन्हें 90 लाख रुपये अदा किए गए थे । इन दोनों को सी बी आई ने 3 मई को गिरफ़्तार किया था ।

सिंगला को 90 लाख रुपय के साथ गिरफ़्तार किया गया था जो मुबय्यना तौर पर रिश्वत की रक़म थी । ज़राए ने इद्दिआ किया कि एजेंसी ने बंसल से टेलीफोन से हुई बातचीत के ताल्लुक़ से भी सवालात किए । इस के इलावा काल्स की तफ़सीलात पूछी गयी और ये पूछा गया कि सिंगला कुमार को ये यकीन किस तरह दे सकते थे कि उन्हें रेलवे बोर्ड में तरक़्क़ी दी जाएगी । मिस्टर बंसल से सी बी आई को अब तक दस्तयाब हुए शवाहिद-ओ-सबूत की बुनियाद पर भी सवालात किए गए ।

इसके इलावा उनसे मुंबई में 16 अप्रैल को महेश कुमार से बंसल की मुलाक़ात पर भी सवालात किए गए । कहा गया है कि बंसल ने तरदीद की कि उन्हें सिंगला और महेश कुमार के माबेन किसी मुआमलत का इल्म था । उन्होंने सारे स्कैंडल में अपनी बेगुनाही का इद्दिआ किया और कहा कि उन्होंने कुमार को रेलवे बोर्ड रुकन की हैसियत से तरक़्क़ी के सिलसिला में कोई तयक्कुन नहीं दिया था । उन्हों ने मुंबई में कुमार से मुलाक़ात को प्रोटोकोल का हिस्सा क़रार दिया क्योंकि वो उस वक़्त जनरल मैनेजर थे ।