नई दिल्ली 27 फ़रवरी : यू पी ए हुकूमत की बाहर से ताईद करनेवाली सयासी जमातें समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने आज रेल बजट को खराब कहते हुए उसे ग़रीब मुख़ालिफ़ क़रार दिया और कहा कि उत्तरप्रदेश के बेशतर इलाक़ों को रेल इनफ़रास्ट्रक्चर की सहूलतें फ़राहम करने नजरअंदाज़ कर दिया गया ।
अगर वहां रेल सहूलतें फ़राहम की जाएं तो वो पसमांदा इलाक़े भी तरक़्क़ी याफ़ता हो सकते हैं । एस पी सरबराह मुलाइम सिंह यादव ने पार्लियामेंट के बाहर अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी पूरी सयासी ज़िंदगी में इस तरह का अव्वाम मुख़ालिफ़त और ग़रीब मुख़ालिफ़ रेल बजट नहीं देखा ।
ये बजट दरअसल कांग्रेस केलिए पेश किया गया है । सोनिया गांधी के हलक़ा राय बरेली के लिए नई रेलवे लाईन दी जा सकती है मगर ज़रूरत इस बात की है कि बुंदेलखंड और पूर्वांचल को भी फ़रामोश ना किया जाये । बी एस पी सरबराह मायावती ने भी कम-ओ-बेश इन ही ख़्यालात का इज़हार करते हुए उसे एक मायूसकुन रेलवे बजट क़रार दिया जिस से ग़रीब और औसत दर्जा के आदमियों को कोई फ़ायदा नहीं होगा । पीछे दरवाज़े से किरायों में इज़ाफ़ा किया गया है ।