कोच्चि : केरल के सबरीमाला मंदिर में प्रवेश की कोशिश करने के बाद लगातार चर्चा में बनीं सामाजिक कार्यकर्ता रेहाना फातिमा अब हिंदू और मुसलमान दोनों ही समुदायों के लोगों के निशाने पर हैं। पिछले दिनों बीएसएनएल कर्मचारी रेहाना का तबादला ऐसा जगह कर दिया गया, जहां उन्हें जनसंपर्क का काम ही नहीं करना होगा। वहीं हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने के आरोप में मुस्लिम जमात काउंसिल ने उन्हें समाज से बाहर कर दिया है।
हालांकि, इन सबके बावजूद फातिमा ने कहा है कि समाज में महिलाओं के हक के लिए उनकी लड़ाई जारी रहेगी। इस दौरान फातिमा उन उन खबरों को भी महज अफवाह बताया जिसमें कहा गया था कि वह खून से सना सैनिटरी नैपकिन लेकर सबरीमाला मंदिर में प्रवेश का प्रयास कर रही थीं। फातिमा ने कहा, ‘मुझे समझ नहीं आता कि लोग कहां-कहां से अफवाह उड़ाते रहते हैं। एक अफवाह यह भी उड़ी कि मैं सैनिटरी नैपकिन लेकर मंदिर जा रही थी। मुझे नहीं मालूम कि यह अफवाह कहां से उड़ाई गई।’
फातिमा के घर पर तोड़फोड़
बता दें कि कस्टमर सर्विस यूनिट में टेक्निशियन के रूप में काम कर रही फातिमा का बीते 23 अक्टूबर को को पलारीवत्तोम टेलीफोन एक्सचेंज में तबादला कर दिया। तबादले के बाद उन्हें इस एक्सचेंज में पब्लिक रिलेशंस का काम नहीं करना होगा। हालांकि रेहाना के तबादले की वजह को लेकर बीएसएनएल ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
शुक्रवार को रेहाना फातिमा ने आईजी के साथ करीब 250 पुलिसकर्मियों के सुरक्षा घेरे में मंदिर में प्रवेश की कोशिश की थी लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली। मंदिर में घुसने का प्रयास करने वाली महिला पत्रकार कविता जक्कल और उन्हें मंदिर के बाहर से ही लौटना पड़ा। इस घटना के बाद फातिमा के कोच्चि स्थित घर में कुछ अज्ञात लोगों ने तोड़फोड़ भी की।
धमकियों के बाद मिली पुलिस सुरक्षा
उधर, लगातार मिल रही धमकियों के बीच फातिमा को फिलहाल घर पर पुलिस सुरक्षा दी गई है। फातिमा कहती हैं, मेरे घर में तोड़फोड़ की गई। मेरे बच्चों के स्कूल यूनिफॉर्म में गाय का गोबर लगा दिया गया और उनके खिलौने तोड़ दिए गए। इस घटना के बाद से मेरे बच्चे बहुत सहम गए थे। हालांकि अब वे इस सदमे से उबर रहे हैं।
चारों तरफ से निशाने पर फातिमा
फातिमा फिलहाल चारों तरफ से निशाने पर हैं। एक शिकायत के बाद फेसबुक ने उनका अकाउंट निलंबित कर दिया है। वैसे विवादों से फातिमा का पुराना नाता रहा है। सामाजिक मान्यताओं और रुढ़ियों को तोड़ने की कोशिश करती रहने वाली रेहाना इससे पहले चर्चा में तब आई थीं जब एक प्रफेसर ने महिलाओं के स्तनों की तुलना तरबूजों से कर दी थी। विरोध करते हुए रेहाना ने एक सोशल मीडिया पर एक फोटो पोस्ट किया जिसमें वह टॉपलेस थीं और उन्होंने केवल अपने स्तन तरबूजों से ढके थे।
‘नहीं मालूम अफवाह कहां से उड़ाई गई’
सरकारी कर्मचारी रेहाना दो बच्चों की मां हैं। वह एक मॉडल और ऐक्टिविस्ट हैं। उन्होंने सबरीमाला में जाने के कोशिश की तो उनके घर पर हमला कर दिया गया। लोगों का विरोध झेलने की रेहाना को आदत हो गई है। फातिमा कहती हैं, ‘मेरी लड़ाई जा रही रहेगी। मुझे समझ नहीं आता कि लोग कहां-कहां से अफवाह उड़ाते रहते हैं। पिछले दिनों मुझे लेकर कई खबरें सामने आईं। एक अफवाह यह भी उड़ी कि मैं सैनिटरी नैपकिन लेकर मंदिर जा रही थी। मुझे नहीं मालूम कि यह अफवाह कहां से उड़ाई गई।’