रैतू सदस्यु में किसानों की बरहमी

करीमनगर 26 मई: इमदादी क़ीमत में कोई इज़ाफ़ा नहीं, डी ए पी यूरिया में सद फ़ीसद क़ीमतों में इज़ाफ़ा करते हुए हमारी दिन रात की मेहनत से हासिल करदा पैदावार लूट ली जा रही है।

ये कहते हुए अचानक कई किसानों ने बरसर-ए-इक्तदार क़ाइदीन से बेहस-ओ-मुबाहिसा पर उठ खड़े होगए। बरोज़ जुमा यहां कोंडा लक्ष्मी ग्राउंड में मुनाक़िदा रैतू सदस्यु प्रोग्राम किसानों के एहितेजाजी कैंप में तबदील होगया।

हुस्न आबाद रुक्ने एसम्बली इमदादी क़ीमत के ताल्लुक़ से बयान देने पर किसान ब्रहम होगए और कहा कि हमें ज़रूरत के मुताबिक़ कपास के बीज फ़राहम नहीं किए जाते, ज़रई खाद की सरबराही नहीं होती, फिर भी हुकूमत का ये दावा कि किसानों की हुकूमत है किस हद तक सही है।

रैतू सदस्यु में दोपहर के नाक़िस खाने पर भी ब्रहमी का किसानों ने इज़हार किया। बर्क़ी की क़िल्लत , चार्जस में बेतहाशा इज़ाफ़ा, सोलार यानी शमसी तवानाई पर किसानों को तरग़ीब हौसलाअफ़्ज़ाई करनेवाली हुकूमत यहां इस सिस्टम से रोशनास करवाने के लिए क्यों नहीं लाया गया कहकर रुक्ने एसम्बली गनगोला कमलाकर ने सवाल किया।

इस मौके पर एम पी पूनम प्रभाकर ने ख़िताब करते हुए ट्रांस्को नीड कयाप‍ ओ‍ दुसरे शोबा जात के माहिरीन और तजरुबेकार ओहदेदारों की ग़ैर हाज़िरी का क्या मतलब है कहते हुए बरहमी का इज़हार किया।

उन्होंने कहा कि ओहदेदारों की ग़ैर हाज़िरी नाक़ाबिल ए माफ़ी होगा। इस तरह के अहम सदसो से लापरवाही-ओ-ग़फ़लत बरतने वाले ओहदेदारों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जानी चाहीए।