रैबीज के खिलाफ जंग छेड़ेंगी मिसेज धोनी, साक्षी बनीं ब्रांड एंबेसडर

दारुल हुकूमत में चार नवंबर से रैबीज के खिलाफ जंग का आगाज होेने जा रहा है। इसकी कमान भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की बीवी साक्षी को सौंपी गई है। मिसेज धोनी को एंटी रैबीज मिशन का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है। साक्षी मंगलकी सुबह 11 बजे बकरी बाजार वाकेय अदारा होप फॉर एनिमल्स के दफ्तर से मिशन की शुरुआत करेंगी। इस मौके पर वह लोगों से शहर के आवारा कुत्तों को एंटी रैबीज वैक्सीन देने में मदद करने की दरख्वास्त करेंगी। उन्हें बताएंगी कि शहर में बढ़ रहे रैबीज के मामलों को रोकने के लिए यह मिशन कितना जरूरी है। होप फॉर एनिमल्स के प्रवीण ओहल ने बताया कि एंटी रैबीज मिशन में ब्रिटेन की आदरा वर्ल्ड वाइड वेटनरी का मदद लिया जा रहा है।

पांच हजार कुत्तों को लगाए जाएंगे इंजेक्शन

ओहल के मुताबिक, शहर में आवारा कुत्तों की आबादी तेजी से बढ़ रही है। इससे रैबीज का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। इसकी चपेट में सबसे ज़्यादा बच्चे और जाईफ आ रहे हैं। यह खतरा कम करने के लिए मुंसिपल कॉर्पोरेशन की मदद से रैबीज के खिलाफ जंग छेड़ी जा रही है। इसमें कुत्तों की नसबंदी के साथ-साथ लोगों को मुहिम में शामिल भी किया जाएगा। शहर के तकरीबन पांच हजार आवारा कुत्तों को एंटी रैबीज इंजेक्शन लगाए जाएंगे।

शहर में 47 हजार आवारा कुत्ते

होप फॉर एनिमल्स की तरफ से गुजिशता साल किए गए सर्वे के मुताबिक, शहर में लगभग 47 हजार अावारा कुत्ते हैं। इनमें से तकरीबन 25 हजार कुत्तों की ही नसबंदी हो सकी है। लोगों का मदद नहीं मिलने की वजह से 20 हजार से ज़्यादा कुत्तों की नसबंदी नहीं हो सकी है।

रोज 40-50 केस

सदर अस्पताल की एंटी रैबीज ओपीडी में रोज 40-50 मामले आते हैं। जानवर के डॉक्टर डॉ. आर सिंह ने बताया कि रैबीज के जहर से मुतासीर कुत्तों में काटने की ज़्यादा आदत होती है। सर्वे के मुताबिक, मुल्क में हर साल 50 हजार की मौत रैबीज से होती है।

रैबीज वायरल इंफेक्शन है, जो कुत्ते के काटने से होता है। मुतासीर मुकाम स्थान पर डिटर्जेंट पाउडर लगा कर धोना चाहिए। घाव को ढंकना नहीं चाहिए। वक़्त पर इलाज जरूरी है।
डॉ. सीबी शर्मा, एसोसिएट प्रोफेसर, रिम्स