रैली के करीब बम धमाका, 4 हलाक, 50 ज़ख़मी

करांची, 02 जनवरी: (पीटीआई) चार अश्ख़ास हलाक और 50 दीगर आज ज़ख़मी हो गये, जब एक मोटर सायकिल पर नसब करदा बम मुत्तहदा क़ौमी मूवमेंट (एम क्यू एम ) हेडक्वार्टर्स के करीब एक पार्क के पास फट पड़ा, जहां पार्टी ने कुछ ही देर क़बल अपनी ज़बरदस्त रैली का इख्तेताम किया था।

ये धमाका आईशा मंज़िल चौराहा पर पेश आया जो जिन्ना ग्रांउड से कुछ ही फ़ासला पर वाकेय् है जहां एम क्यू एम की दोपहर में रैली मुनाक़िद हुई थी। ऐनी शाहिदीन और पुलिस ओहदेदारों ने कहा कि इस रैली से वापस होने वाले लोग शाम तकरीबन 7.15 बजे पेश आए धमाका की ज़द में आ गए। सूबा सिंध के वज़ीर सेहत सग़ीर अहमद ने कहा कि इस धमाका के नतीजा में चार अफ़राद हलाक हो गए।

डी आई जी आसिफ़ एजाज़ शेख ने मीडिया को बताया कि 50 ज़ख़मी लोगों को कई करीबी अस्पतालों में शरीक कराया गया। 3 ज़ख़मीयों की हालत तशवीशनाक है। ज़ख़्मियों में ख़वातीन और बच्चे शामिल है। नामवर आलम ए दीन ताहिर उल-क़ादरी जो तहरीक मिनहाज उल-क़ुरआन के रहनुमा भी हैं, वो भी आज एम क्यू एम हेडक्वार्टर्स आए थे ताकि 14 जनवरी की मुजव्वज़ा बड़ी रैली के लिए पार्टी की हिमायत और शिरकत के लिए बाक़ायदा ज़ोर दे सके।

ये रैली बद उनवान हुकूमत और इंतेख़ाबी निज़ाम के ख़िलाफ़ ईस्लामाबाद तक मार्च के सिलसिला में मुनाक़िद की जा रही है । बम धमाका एक मेटरनिटी होम के करीब खड़ी की गई मोटर सायकिल में नसब किया गया था। डी आई जी शेख ने कहा कि कई लोगों को बम में मौजूद बाल बेयरिंग्स की ज़रब लगी जबकि बम को रीमोट कंट्रोल के ज़रीया उड़ाया गया।

धमाका से करीबी इमारतों और दुकानात को भी नुक़्सान हुआ। पुलिस ने इलाक़ा की नाकाबंदी करते हुए तलाशी मुहिम शुरू कर दी है। बचाव ऑपरेशंस में ट्रैफिक जाम की वजह से रुकावट हुई और लोग बड़ी तादाद में जाए वारदात पर जमा होगए ।

धमाका के सबब सारे शहर में ख़ौफ़-ओ-हरास की लहर दौड़ गई जबकि दुकानात और पेट्रोल पंप्स बंद कर दिए गए। यूं तो माज़ी में एम क्यू एम क़ाइदीन को खासतौर पर निशाना बनाकर हलाक किया गया, लेकिन ये पहली मर्तबा है कि दहशतगर्दों ने किसी बम हमला में रास्त तौर पर एम क्यू एम को निशाना बनाया है।

एम क्यू एम जो पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर की वाहिद बड़ी जमात है, इसके सदर दफ़ातिर आईशा मंज़िल और जिन्ना पार्क के करीब वाकेय् हैं जहां वक़फ़ा वक़फ़ा से पार्टी की रैलियों का एहतिमाम होता है। ये धमाका उस वक़्त पेश आया जबकि एम क्यू एम सरबराह अलताफ़ हुसैन लंदन से टेलीफोन के ज़रीया इस रैली से अपना ख़िताब कुछ ही देर क़बल ख़त्म किए थे।