रोज रात में हो रही पत्थरबाजी, दहशत में लोग

जमशेदपुर : गुजिश्ता 10 दिनों से सिदगोड़ा रोड नंबर-21 वाक़े क्वार्टरों पर पत्थर बरसने से लोग दहशत में हैं। शाम होते ही लोगों को पत्थरबाजी का डर सताने लगता है। गुजिश्ता दस दिनों से मुकामी लोग रतजगा कर टोली बनाकर पत्थर मारने वालों की तलाश में जुटे हैं, लेकिन अब तक उन्हें कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी है। काॅलोनी के लोगों ने इसकी जानकारी सिदगोड़ा पुलिस को दी। पुलिस ने इलाके का जायजा भी लिया। इसी दौरान दो बार पुलिस के सामने भी पत्थर गिरे। तीन जनवरी की रात करीब 9 बजे से पत्थर गिरने का सिलसिला 13 जनवरी तक जारी जारी है। इस पत्थरबाजी से एक क्वार्टर में रहने वाली बच्ची को मामूली चोट भी लगी है।

मुकामी लोगों ने बताया कि क्वार्टरों पर गिरने वाले पत्थर आसपास से ही गिरते हैं। क्योंकि जिस साइज़ के पत्थर गिर रहे हैं वह कोई भी सख्श 50 से 60 मीटर की दूरी से नहीं फेंक सकता। क्वार्टर में रहने वालों का कहना है कि पत्थर फेंकने वालों की तादाद एक से ज्यादा है। क्योंकि किसी एक घर पर नहीं बल्कि कई घरों पर पत्थर फेंके जा रहे हैं।

दरख़्त पर लगी लाइट, फिर भी पत्थरबाजी जारी

पत्थरबाजी से परेशान कॉलोनी के लोगों ने घर के आंगन में लगे पेड़ पर लाइट लगाया, ताकि रात के वक्त पत्थर फेंकने वालों की तलाश की जा सके, लेकिन इसका भी कोई असर नहीं दिख रहा है। मुकामी नौजवान क्वार्टर की छत पर रात भर बैठ कर निगरानी करते रहे लेकिन पत्थर गिरने का सिलसिला कम नहीं हुआ।

रात नौ बजे के बाद अचानक शुरू हो जाती है पत्थरबाजी

मुकामी अजीत सिंह ने बताया रात नौ बजते ही कुछ-कुछ वक़्त के अंतर पर पत्थर गिरने लगते हैं। रात बीतने पर पत्थरबाजी तेज हो जाती है। पत्थर साइज़ में काफी बड़े होते हैं।

पूछताछ के दौरान पुलिस के सामने गिरे पत्थर : सनीचर की देर रात अचानक पथराव के बाद इसकी जानकारी सिदगोड़ा पुलिस को दी गयी। मौके पर पहुंची पुलिस कॉलोनी के लोगों से पूछताछ कर रही थी, इसी दौरान कुछ मकानों पर पत्थर गिरे। इसके बाद पुलिस ने भी पूरी कॉलोनी में घूमकर पत्थर फेंकने वालों का पता लगाया, लेकिन कुछ भी पता नहीं चला।