अक़वामे मुत्तहिदा में एक नई क़रारदाद को क़तईयत दी जा रही है जिस का मक़सद म्यांमार मुल्क के रोहंगिया मुसलमानों के ख़िलाफ़ चलाई जारी जारिहाना मुहिम से बाज़ रखना है। याद रहे कि म्यांमार रोहंगिया मुसलमानों को उन के हक़ से महरूम कर देना चाहता है जहां उन्हें दूसरे भी नहीं बल्कि तीसरे दर्जा का शहरी भी मुश्किल से माना जाता है।
अक़वामे मुत्तहिदा अपनी क़रारदाद के ज़रीए म्यांमार पर ज़ोर डालना चाहता है कि वो रोहंगिया मुसलमानों को मुल्क की मुकम्मल शहरियत और हुक़ूक़ का इस्तिफ़ादा कनिन्दा बनाए।
एसोसीएटेड प्रेस ने अक़वामे मुत्तहिदा के ज़रीए तैयार कर्दा इस क़रारदाद का तज़किरा करते हुए कहा इस तरह जुनूब मशरिक़ी एशियाई मुल्क पर बैनुल अक़वामी दबाव डाला जाएगा कि वो अपने मुस्लिम मुख़ालिफ़ रवैय्या और मुहिम से बाज़ आ जाए और वो भी तरजीही तौर पर आलमी क़ाइदीन के अहम इजलास से क़ब्ल जो अंदरून दो हफ़्ते मुनाक़िद होने वाली है जिस में अमरीकी सदर बराक ओबामा भी शिरकत करेंगे।
इस तरह वो बेवतन और बेसरो सामानी के आलम में हैं और गिरिया वो ज़ारी कर रहे हैं कि हुकूमत म्यांमार ने उन के साथ जो रवैय्या अख़्तियार कर रखा है इस का मक़सद रोहंगिया मुसलमानों का मंसूबाबंद तरीके से बतदरीज मुल्क से मुकम्मल सफ़ाया करना है।