रोहिंग्या मुसलमान , भारतीय नागरिकता हासिल करने की कोशिश

हैदराबाद: शहर के उपनगरीय क्षेत्रों में पिछले कई साल से रह रहे रोहिंग्या मुसलमान आखिर क्यों नागरिकता की कोशिश कर रहे हैं। कल तक सीमित क्षेत्रों में शांतिपूर्ण तरीके से जीवन जीने वाली इन प्रवासियों में आखिर किस बात का डर है। हाँ एक बुद्धिजीवी के अनुसार इन प्रवासियों को ऐसा सरकारी डर परेशान कर रहा है। भारत से बर्मा शरणार्थियों को बाहर निकालने की घोषणा उन्हें असामाजिक और गीरहस्तवरी आपराधिक हरकतें करने के लिए मजबूर कर रहा है।

प्रवासी, प्रवासी होता है लेकिन ऐसे बर्मा के शरणार्थियों को हमारे देश का माहौल बहुत ज्यादा पसंद आना कई साल से रह उनके प्रवासियों पर पुलिस कड़ी नजर है, लेकिन पिछले एक साल के दौरान उनमें नागरिकता पाने की इच्छा जोर पकड़ रही है। इन स्थितियों और ऐसे अवैध कदम के लिए रोहिंग्या मुसलमान मजबूर हो रहे हैं क्योंकि उन्हें देश से निकाल दिए जाने का फिर से डर सता रहा है।

अपना देश छोड़कर दर-दर भटकते हुए भारत और हैदराबाद पहूंचने वाले रोहिंग्या मुसलमानों को अब शांति इस गहवारा भी परेशान होना पड़ रहा जानकारों और विश्लेषकों के अनुसार कई साल से रह उनके प्रवासियों में अचानक यह विचार क्यों पैदा हो गया कि वह आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने में आ गए। हैदराबाद के उपनगरीय क्षेत्रों पहाड़ी शरीफ रॉयल कॉलोनी, अलजाबरी कॉलोनी, जल पल्ली, कंचनगुडा, हाफिज बाबा नगर और क्षेत्र बालापुर में रोहिंग्या प्रवासियों रहते हैं।