रोहित की मौत अदम रवादारी की ताज़ा मिसाल अशोक वाजपई

जयपुर: नामवर अदीब-ओ-शायर अशोक वाजपाई ने साहित्य एकेडेमी ऐवार्ड वापिस लेने से इनकार करते हुए कहा कि मुल्क में अदम रवादारी की सतह काफ़ी बढ़ी हुई है। उन्होंने जयपुर लिटरेरी फ़ैस्टीवल के मौक़े पर ख़िताब करते हुए कहा कि अदम रवादारी की सतह काफ़ी बढ़ और फैल गई है।

उन्होंने इस ज़िमन में दलित तालिबे-इल्म की ख़ुदकुशी के वाक़िये का हवाला दिया और कहा कि ये भी अदम रवादारी ही है। अशोक वाजपाई ने हैदराबाद सेंटर्ल यूनीवर्सिटी की तरफ‌ से उन्हें दिए गए डी लेट एज़ाज़ को हाल ही में हुक्काम के मुख़ालिफ़ दलित रवैय्या के ख़िलाफ़ बतौर-ए‍-एहतेजाज वापिस कर दिया था।

वाजपाई ने कहा कि अगर वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी ने रोहित वीमोला की ख़ुदकुशी पर अफ़सोस का इज़हार किया लेकिन उन्होंने दलित मसले की एहमियत को कम किया है। उन्होंने कहा कि वज़ीर-ए-आज़म ने इस बात पर-ज़ोर दिया कि एक माँ अपने बेटे से महरूम हो गई लेकिन उन्होंने दलित पहलू को नुमायां नहीं किया हालाँकि इस मसले में एहमियत उसी की है|