हैदराबाद: हैदराबाद यूनिवर्सिटी में दलित रिसर्च स्कॉलर रोहित वेमुला की मौत के बाद से सरकार, यूनिवर्सिटी और दलित संगठनों के बीच की लड़ाई गहराती चली जा रही है।
इसी घटना के बाद से चल रही लड़ाई ने उस वक़्त एक नया रुख ले लिया जब से यूनियन मिनिस्टर स्मृति ईरानी ने इस सारे मामले को लेकर अपने बयान जारी किये हैं। स्मृति के बयानों के बाद से हैदराबाद यूनिवर्सिटी के दलित प्रोफेसर भी भड़क उठे हैं और उनका मानना है कि स्मृति के बयान घड़े घड़ाये हुए हैं।
दलित प्रोफेसरों को यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन से भी शिकायत है कि जब से यूनिवर्सिटी की शुरुआत हुई है तब से लेकर आज तक यूनिवर्सिटी की एग्जीक्यूटिव कमेटी में एक भी दलित को कमेटी का मेंबर नहीं बनाया गया है।
आपको बता दें कि घटना को लेकर यूनिवर्सिटी के दलित प्रोफेसरों में काफी रोष है और उन्होंने कॉलेज छोड़ने तक की धमकी दे दी है।