राज्यसभा में रोहित वेमुला मुद्दे पर मायावती-स्मृति ईरानी में बहस, कार्यवाही स्थगित
नई दिल्ली। आज सुबह राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया। राज्यसभा में मायावती ने हैदराबाद के छात्र रोहित वेमुला का मुद्दा उठाया वैसे ही राज्यसभा में हंगामा होने लगा।
इसके साथ ही राज्यसभा में दलित छात्रों को लेकर नारेबाजी शुरू हो गई। दोपहर में जैसे ही राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई वैसे ही मायावती ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से मामले पर जवाब मांग लिया तो इन दोनों के बीच जोरदार बहस होने लगी। हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही साढ़े तीन बजे तक स्थगित कर दी गई है।
मायावती की बहस का जवाब देते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि वो बहस के लिेए तैयार हैं और हर सवाल का जवाब भी वो देने के लिए तैयार हैं। इस पर सदन में एक बार फिर से नारेबाजी और बहस का माहौल बन गया।
इस दौरान राज्यसभा में भाजपा और आरएसएस मुर्दाबाद के नारे लगने शुरू हो गए। हंगामा इस कदर बढ़ गया कि राज्यसभा को 10 मिनट के लिए स्थगित करना पड़ा। इसके बाद शुरू हुई कार्यवाही में मायावती ने कहा कि मौजूदा सरकार दलित विरोधी है। इस बयान के बाद राज्यभा में फिर हंगामा शुरू हो गया जिसके बाद राज्यसभा को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
इससे पहले जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) सहित देश के विश्वविद्यालयों में हालात को लेकर राज्यसभा में आज चर्चा होनी है। विश्वविद्यालयों में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के साथ कथित भेदभाव पर भी चर्चा होनी है। इस चर्चा के केंद्र में छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी रही।
इस विषय पर चर्चा के लिए विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, डी राजा और केसी त्यागी ने नोटिस दिया था। चर्चा के लिए 2.30 घंटे का समय तय किया गया है। राज्यसभा में चर्चा दोपहर 2 बजे शुरु होगी। चर्चा का जवाब गृहमंत्री राजनाथ सिंह देंगे। वहीं, इसी विषय पर लोकसभा में चर्चा कल होगी।
सरकार और विपक्ष जेएनयू विवाद को लेकर आज राज्यसभा में बजट सत्र के दौरान पहली बार आमने सामने होंगे। सूत्रों का कहना है कि सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों की मांगों के बाद कार्यमंत्रणा समिति की एक बैठक में इस पर चर्चा के लिए फैसला लिया गया।
वहीं, भाजपा सांसद भूपेंद यादव ने जेएनयू विवाद और साथ ही डेविड हेडली की पेशी पर चर्चा के लिए नोटिस दिया है।
गौरतलब है डेविड हेडली ने अपनी गवाही में कहा था कि इशरत जहां एक आतंकी थी। भाजपा सांसद विजय गोयल ने भी नोटिस दिया है। भाजपा के जेएनयू विवाद पर आक्रामक रुख अख्तियार करने के अधिकार हैं। भाजपा इस विवाद को देशभक्तों और राष्ट्र विरोधियों के बीच की लड़ाई के तौर पर पेश कर सकती है।
वहीं, पूरा विपक्ष जेएनयू विवाद को अभिव्यक्ति एवं विचारों की आजादी के बड़े मुद्दे से जोड़ रहा है। ऐसे में विपक्ष सरकार को घेरने के लिए एकजुट हो गया है वहीं भाजपा को लगता है कि बहस को ‘देशभक्तों और राष्ट्रविरोधियों’ के बीच का बहस बताने से उसे फायदा होगा।
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