मंदिर के ग़ल्ले की रक़म और जायदाद का तनाज़ा दो पुजारियों के दरमयान तसादुम का सबब बन गया। जहां पूजापाट को छोड़कर पुजारी एक दूसरे पर हमले कर बठे और मुआमला लंगर हाउज़ पुलिस से रुजू होगया।
इन्सपेक्टर लंगर हाउज़ रत्नम ने बताया कि दोनों पुजारियों की शिकायतें वसूल करली गईं हैं। ताहम पुलिस इबतिदाई तहक़ीक़ात के मरहले में है।
उन्होंने बताया कि साबिक़ा पुजारी कमलेश और मौजूदा पुजारी बिलौर दास ने एक दूसरे के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज करवाई है। बावसूक़ ज़राए के मुताबिक़ कमलेश नामी पुजारी लंगर हाउज़ संगम की मंदिर में पुजारी था। और पूजापाट के अलावा मंदिर से मुताल्लिक़ ग़ल्ले और आराज़ीयात-ओ-जे़वरात उसकी निगरानी में थे कई साल पहले वो ग़ल्ले की रक़म के अलावा आराज़ीयात और जे़वरात का ग़बन कर गया था।
इन इल्ज़ामात के बाद पुजारी कमलेश को हटा दिया गया और वो अपने आबाई वतन बिहार चला गया था। ताहम पिछ्ले दिनों वो फिर हैदराबाद पहूँचा और शम्सआबाद के किसी इलाके में रहने लगा था और इस पुजारी कमलेश पर इल्ज़ाम हैके इस ने इन आराज़ीयात को फ़रोख़त करने की कोशिश में था जो मंदिर के नाम पर है और ख़ुद को इसी संगम की मंदिर का पुजारी ज़ाहिर कररहा था। ताहम उसकी कोशिशों में बिलौर दास रुकावट पैदा कररहा था जो मौजूदा पुजारी है। कमलेश पुजारी संगम की मंदिर पहूँचा और बिलौर दास पर हमला कर दिया। पुलिस इन इल्ज़ामात और हमले की वजूहात का पता चलाने के लिए मसरूफ़ तहक़ीक़ात है।