लंदन ओलम्पिकस की इक़दार कमेटी कमिशनर मुस्ताफ़ी

लंदन २७ जनवरी ( पी टी आई ) लंदन के 2012 ओलम्पिक्स के इक़दार कमेटी के कमिशनर मिस्टर मेरडथ इलेगज़ेंडर ने डाव कैमीकल्स नामी कंपनी के साथ स्पांसर शिप मुआहिदा पर होने वाले एहतिजाजों के पेश नज़र अस्तीफ़ा पेश कर दिया है ।

डाव केमीकल्स नामी कंपनी को भोपाल गैस सानिहा की ज़िम्मेदार समझा जाता है और इस के साथ लंदन ओलम्पिक्स के स्पांसर शिप मुआहिदों पर हिंदूस्तान ने एतराज़ किया था ।

इलेगज़ेंडर को लंदन के मेयर बोरिस जॉनसन ने ओलम्पिक खेलों की कमेटी और ओलम्पिक-ओ-पेरालमपक गेम्स की निगरानी केलिए नामज़द किया था । मरडथ इलेगज़ेंडर लंदन ओलम्पिकस की जुमला 13 कमिशनर इन में से एक थीं।

उन्हों ने अपने मकतूब इस्तीफ़ा में कहा कि गेम्स की ज़िम्मेदारी की वजह से वो डाव केमीकलस कंपनी की मुदाफ़अत नहीं कर सकतीं जो दुनिया के बदतरीन कॉरपोरेट हक़ूक़-ए-इंसानी ख़िलाफ़ वरज़ीयों में एक की ज़िम्मेदार है और सब से तकलीफ दह बात ये है कि इस हादिसा के 27 साल बाद भी इस मुक़ाम पर मुकम्मल सफ़ाई नहीं हुई है और हज़ारों अफ़राद हनूज़ इस से मुतास्सिर हो रहे हैं।

उन्हों ने कहा कि इन का मानना है कि अवाम को लंदन 2012 ओलम्पिक्स में किसी तरह की गैसों के बगैर खेलों से महज़ूज़ होने का मौक़ा मिलना चाहीए । इलेगज़ेंडर के इस्तीफ़ा का ख़ैर मुक़द्दम करते हुए एमन्सिटी इंटरनेशनल कहा कि लंदन ओलम्पिक्स के आर्गेनाईज़र्स को सात मिलियन पाउंड का कौन्ट्रेक्ट डाव केमीकल्स को देने में अपने ग़लती का कम अज़ कम एतराफ़ कर लेना चाहीए ।