लंदन की जगह गुजरात घूमने क्यों नहीं जाते गुजराती?

मुंबई।[सियासत न्युज ब्युरो]
उद्योगमंत्री नारायण राणे अपने बेटे नीतेश राणे के बचाव में आगे आ गए हैं। गुजरातियों के बारे में नीतेश के गैरमुनासिब‌ बयान कि हिमायत‌ करते हुए उन्होंने कहा कि नीतेश ने जो कुछ कहा है, वह गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करने वालों के बारे में कहा है।

कल अखबारी नुमाइन्दो से बातचीत में राणे ने मुंबई में रहने वाले गुजरातियों से सवाल किया कि अगर‌ गुजरात इतना ही अच्छा है, तो गर्मी की छुट्टियों में लंदन और‌ यूरोप की बजाय गुजरात का विकास देखने क्यों नहीं जाते? इस दौरान उन्होंने वजिर ए दाखिला आरआर पाटील और‌ मुंबई कांग्रेस सदर‌ जनार्दन चांदुरकर को भी आड़े हाथों लिया।

राणे ने कहा कि इस राज्य के विकास में गुजराती और‌ जैन समाज का अहम रोल‌ रहा है। लेकिन मराठियों कि जिल्लत‌ कतई नहीं सहेंगे। यहां पर प्यार से रहो तो हमें कोई शिकायत नहीं है।

बिजेपी कर रही सियासत‌

राणे ने कहा कि सियासी फाईदे के लिए नीतेश के बयान को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है।बिजेपी के स्टेट सदर‌ देवेंद्र फणडवीस विधानसभा सेशन‌ के दौरान बरसर ए इक्तेदार पार्टी पर हमले नहीं कर सके। इसलिए अब वह‌ अपनी भडास‌ निकाल रहे हैं।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि दक्षिण भारतीयों और‌ उत्तर भारतीयों के साथ मारपीट की गई तो क्या वह‌ महाराष्ट्र छोड़ कर चले गए, जो नीतेश के बयान को लेकर इतना बखेड़ा खड़ा किया जा रहा है।

झूठा है मोदी का दावा

राणे ने कहा कि विकास और सरमायाकारी को लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी का दावा झूठा है। इसको लेकर आदाद व शुमार‌ पेश करते हुए उन्होंने इकोनामिक सर्वे आफ इंडिया की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 2013 में महाराष्ट्र में 20513 करोड़ रुपए कि सरमायाकारी हुइ जबकि गुजरात में इस दौरान सिर्फ‌ 3 हजार 817 करोड़ रुपए कि सरमायाकारी हुई.
आबा पर भड़के राणे

वजिर ए दाखिला आरआर पाटील के बयान पर नाराजगी जाहिर करते हुए राणे ने कहा कि क्या राज्य में नक्सलवाद और आतंकवाद के मसले खतम‌ हो गए हैं, जो पाटील मेरे खान्दान को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि वजिर ए दाखिला पाटील और‌ मुंबई कांग्रेस सदर‌ चांदुरकर को जो भी जांच करना हो करें।

वजिर ए दाखिला पाटिल और‌ मुंबई कांग्रेस सदर‌ चांदूरकर ने कहा था कि गुजरातियों को लेकर नीतेश के बयान की जांच होगी।