लंदन में पहली मर्तबा मुस्लिम मेयर का इंतेख़ाब मुतवक़्क़े

लंदन 06 मई: पाकिस्तानी नज़ाद सादिक़ ख़ान लंदन के नए मेयर मुंतख़ब हो सकते हैं। उनके हरीफ़ कन्ज़र्वेटिव लीडर ज़याक गोल्ड असमथ ने वज़ीर-ए-आज़म हिंद नरेंद्र मोदी के नाम को इस्तेमाल करते हुए हिंदूओं और सिख राय दहिंदों को रिझाने की कोशिश की। मेयर के ओहदे के लिए जुमेरात के दिन इंगलैंड में राय दही हुई।

इस के अलावा स्कॉटलैंड और वालस को भी मेयरस मुंतख़ब करना है और असेंबली-ओ-पारलीमानी नशिस्तें पर करनी हैं। लंदन की मेयर शिप के लिए चुनाव मुक़ाबला सख़्त तरीन रहा। इस में आला सतही उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया है। नताइज के ताल्लुक़ से तमाम इशारे ये मिल रहे हैं कि 45 साला पाकिस्तानी नज़ाद साबिक़ इन्सानी हुक़ूक़ के वकील और 2005 से लेबर पार्टी के एमपी रहे सादिक़ ख़ान कामयाब बन कर उभरींगे। इस के साथ ही साबिक़ बस ड्राईवर के बेटे को यूरोप की सबसे ताक़तवर मुस्लिम सियासी शख़्सियत होने का एज़ाज़ हासिल होगा। सादिक़ ख़ान 2009 में इस वक़्त के वज़ीर-ए-आज़म गवाओन ब्राउनस की हुकूमत में वज़ीर ट्रांसपोर्ट रहे हैं।वो पहले मुस्लिम वज़ीर थे जो काबीनी मीटिंग्स में शिरकत करते थे।

इन्होंने सॉलीसिटर सादिया अहमद से शादी की थी और उनकी दो लड़कीयां हैं। सादिक़ ख़ान को अपनी बर्तानवी वाबस्तगी पर फ़ख़र है। उन्हों ने कहा कि में एक इस्लामी अक़ीदे पर क़ायम रहने वाला पाबंद सोम-ओ-सलात मुस्लिम हूँ।

मुझे फ़ख़र है कि मैं लंदन का शहरी, योरोपी और बर्तानवी वतनियत के साथ इंग्लिश मियान हूँ। एशियाई नज़ाद के साथ पाकिस्तानी मीरास मेरा वतीरा है। मैं अपने बच्चों का शफ़ीक़ बाप हूँ और एक अच्छा शौहर भी हूँ।