लंदन हमला: हमलावर का सऊदी अरब में कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं

लंदन: लंदन, ब्रिटेन में बुधवार को संसद के पास हमला कर चार लोगों की हत्या करने वाले हमलावर खालिद मसूद ने सऊदी अरब में कुछ समय बिताया था लेकिन उसके खिलाफ वहां कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं दर्ज नहीं किया गया था। ब्रिटेन में सऊदी अरब के दूतावास ने आज यह जानकारी दी।

खालिद मसूद ने वहां नवंबर 2005 से अप्रैल 2008 तक अंग्रेजी के शिक्षक के रूप में काम किया था और वह मार्च 2015 में भी कई बार सऊदी अरब गया था।

दूतावास ने ट्वीट करके कहा, ‘सऊदी अरब में रहने के दौरान खालिद मसूद सुरक्षा सेवा की गिरफ्त से बाहर रहा और वहां इस दौरान उसके खिलाफ कोई आपराधिक गतिविधि दर्ज नहीं की गई थी।

इस बीच ब्रिटिश संसद के बाहर हुए हमले में मारे गए चौथे व्यक्ति की पहचान उजागर कर दी गई है। इस 75 वर्षीय व्यक्ति का नाम लीज़ली रोडिज़ था और दक्षिण लंदन क्षेत्र इस्टरीथम के रहने वाले थे और वे दो दिन पहले लंदन में वेस्टमिंस्टर पुल पर कार की चपेट में आ गए थे।

पुलिस ने कहा है कि इस संबंध में कि वेस्ट मिडलैंड्स और नॉर्थ वेस्ट में दो ‘महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां’ की गई हैं। इस हमले में 50 लोग घायल हो गए थे जिनमें से दो की हालत अभी तक नाजुक है। सहायक उपायुक्त मार्क राउल ने कहा कि 31 लोगों को अस्पताल में इलाज किया गया।

स्कॉटलैंड यार्ड के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि दो घायल पुलिस अधिकारी अस्पताल में हैं जिन्हें खासी गंभीर चोटें आई हैं। सूत्रों के अनुसार 52 वर्षीय हमलावर खालिद मसूद ने अलग नाम का उपयोग किया और पुलिस के पास उनका रिकॉर्ड मौजूद था। राउल ने बताया कि उनका जन्म नाम ऐडरेयन रसेल था।

उन्होंने कहा, “जो कोई भी खालिद मसूद को अच्छी तरह जानता है और उसे पता है कि उसके साथी कौन थे तो वे कृपया हमें उन स्थानों के बारे में बताए जहां खालिद मसूद हाल के दिनों में गया था।