हैदराबाद । 8 जनवरी (सियासत न्यूज़) हैदराबाद में ट्रैफ़िक बहाव को तेज़ बनाने और मुसाफ़िरीन को सहोलतं फ़राहम करने की ग़रज़ से कई इक़दामात किए जा रहे हैं ,जिन में से एक लक्कड़ी का पुल पर मुतवाज़ि पुल की तामीर का काम है, लेकिन जिस क़दर तेज़ी के साथ इस पुल की तामीर का काम आग़ाज़ हुआ था, उसी तेज़ी के साथ उस की तामीर में रुकावटें भी पैदा हुई हैं। हाल ये है के इस पुल को अकटोबर 2011-तकमुकम्मल होजाना था, लेकिन अब जबकि जनवरी 2012-का आग़ाज़ होचुका है, इस के बावजूद इस पुल की तामीर का काम अधूरा है बल्कि इस पुल का एक चौथाई हिस्सा भी अब तक तामीर नहीं हो पाया है।
इस पुल को 13 अक्टूबर तक मुकम्मल होजाना था, लेकिन मुख़्तलिफ़ वजूहात से इस की तामीर की मुद्दत में 20 नवंबर 2011 तक की तौसीअ की गई। अब ऐसा मालूम होता है कि इस की तामीर में ज़मीन की हुसूलयाबी की वजह से मज़ीद ताख़ीर होसकती है, क्योंकि लोगों ने नाजायज़ तौर पर वहां ज़मीनात पर क़बज़ा कर रखा है। ज़र-ए-तामीर मुतवाज़ी पुल एन्टुली जेन्स ऑफ़िस बिल्डिंग से फ़यापसी मार्ग तक मुश्तमिल है, जिस पर 9.14 करोड़ रुपय के मसारिफ़ आने की तवक़्क़ो है, जबकि साउथ सैंटर्ल रेलवेज़ (ऐस ऐस आर) रोड ओवरब्रिज (आर ओ बी) की तामीर पर अमल में लारहा है।
इस मुतवाज़ी पुल की तामीर का काम गुज़शता साल जुलाई में शुरू हुआ और ये निशाना मुक़र्रर किया गया था कि उसे 13 अक्टूबर तक मुकम्मल करलिया जाएगा। हालाँकि साउथ सैंटर्ल रेलवे इस बात का दावा कररहा है कि तक़रीबन पुल का काम मुकम्मल होचुका है, लेकिन जी ऐच एम सी को अपनी ज़िम्मेदारी अदा करते हुए अराज़ी हुसूलयाबी मरहले को मुकम्मल करना है। मानसाब टैंक की जानिब से सड़क की कुशादगी का अमल शुरू किया जाना बाक़ी है और ये काम कारपोरेशन को करना है। कम-ओ-बेश 800 मुरब्बा गज़पर मुश्तमिल अराज़ी की हुसूलयाबी की ज़रूरत है और जी ऐच एमसी के ओहदेदारान का कहना है इस सिलसिले में कोशिशें आख़िरी मरहले में हैं
ये प्रॉपर्टी एक प्राइम इलाक़े में है और इस की हुसूलयाबी के लिए कम अज़ कम 2 करोड़ रुपय की ज़रूरत है। जब इस काम को मुकम्मल करलिया जाएगा तो हुकूमत से खासतौर पर कसीर रक़म हासिल करने की ज़रूरत पेश आएगी, क्योंकि उस की मंज़ूरी के लिए 50 लाख रुपय की ज़रूरत दरकार होगी। ये बात ऐडीशनल कमिशनर जी ऐच एमसी (प्लानिंग) धननजया रेड्डी ने बताई। अराज़ी की हुसूलयाबी के इलावा मजमूई लागत की आख़िरी क़िस्त साउथ सैंटर्ल रेलवे को अदा करनी होगी ताकि बाक़ी अधूरा काम मुकम्मल होसके। कारपोरेशन पूरे पराजकट पर आने वालेमसारिफ़ की अदायगी चार क़िस्तों में अदा करने पर रजामंदी ज़ाहिर की है।
साउथ सैंटर्ल रेलवे ओहदेदारान का कहना हैकि जी ऐच एमसी को अभी 2 करोड़ रुपय अदा करना है औररक़म की अदायगी के सिलसिला में हाल ही में रीमा निडर भेजा गया है। मिस्टर रेड्डी ने कहा कि फाईल पर अमली इक़दामात का मरहला जारी है और जल्द ही बक़ीया रक़म की अदायगी अमल में लाई जाएगी, लेकिन अब तो ऐसा लगता हैकि इन तमाम पेचीदगीयों की वजह से लक्कड़ी का पुल पर मुतवाज़ी पुल की तामीर में ताख़ीर ज़रूर होगी और जिस की वजह से अवाम को मुश्किलात का सामना करना पड़ेगा।