लखनऊ: इतवार के रोज़ तालकटोरा उपकेन्द्र में रिश्वत के लेनदेन को लेकर नूरबाड़ी सब्स्ततिओन के जूनियर इंजिनियर रमेश यादव और जूनियर इंजिनियर (मीटर) अनुराग कुमार श्रीवास्तव के बीच ज़बरदस्त हाथ पायी हुई. इस पर नाराज़ इंजिनियर रमेश यादव ने अनुराग के ख़िलाफ़ केस करने की बात की तो मामले पर पर्दा डालने की प्रक्रिया शुरू हो गयी और इंजिनियर संगठन के नेताओं ने पूरे मुआमले में समझौते का दबाव बनाना शुरू किया.
समझने की बात है कि जब सब कुछ आँखों के सामने हो रहा है लोग रिश्वत के लिए लड़-मर रहे हैं उसके बाद भी पुलिस या प्रशासन इन रिश्वत खोरो के ख़िलाफ़ कोई कार्यवाही क्यों नहीं करता. ऐसे मामले पहले भी आये हैं लेकिन ऐसे इंजिनियरों के ख़िलाफ़ कोई कार्यवाही नहीं होती.