जुलूस की पेशरफ़त रोक दी गई, कांग्रेस क़ाइदीन गिरफ़्तार
सीनियर कांग्रेस क़ाइदीन और पार्टी कारकुनों बिशमोल सदर उत्तरप्रदेश कांग्रेस निर्मल खत्री और साबिक़ सदर रीता बहूगुना जोशी को हिरासत में ले लिया गया क्योंकि उन्होंने मोदी हुकूमत की इंतेख़ाबी वादों की तकमील से क़ासिर रहने के ख़िलाफ़ एहतेजाजी जुलूस निकालने की कोशिश की थी।
कारकुन पार्टी हेडक्वार्टर्स पर जमा होगए थे और रियासती असेम्बली की सिम्त जुलूस की शक्ल में जा रहे थे जबकि उन्हें रोक दिया गया। हिरासत में लेकर पुलिस लाइंस रवाना कर दिया गया। कांग्रेस तर्जुमान विजेंदर त्रिपाठी ने कहा कि पार्टी कारकुन पुरअमन जुलूस निकाल रहे थे जो किसी भी सियासी पार्टी का बुनियादी हक़ है।
मोदी हुकूमत 100 दिन मुकम्मल करने पर भी अपना एक भी इंतेख़ाबी वाअदा पूरा नहीं करसकी। इंतेज़ामिया ने रास्तों पर रुकावटें खड़ी करदी थीं और कांग्रेस को जुलूस आगे बढ़ाने से रोक दिया गया। जुलूस निकालने की इस बुनियाद पर इजाज़त दी गई थी कि इंतेख़ाबी अमल जारी है और लखनउ में कहीं भी एहतेजाज नहीं किया जा सकता, क्योंकि यहां इंतेख़ाबात होने वाले हैं। हिरासत में लिए जाने से पहले खत्री ने कहा कि पार्टी कारकुन सिर्फ़ मोदी हुकूमत के ख़िलाफ़ अवामी बरहमी का इज़हार कररहे थे।