आपसी मतभेद को खत्म करने और भाईचारा बढ़ाने के लियें लखनऊ की ऐतिहासिक टीले वाली मस्जिद में शिया- सुन्नी दोनों समुदायों एक साथ जुमे की नमाज़ अदा की .
ईरान के प्रमुख धर्मगुरू शिया मौलाना सैयद मेहदी मूसवी और शिया मौलाना कल्बे सादिक ने भी शुक्रवार की नमाज में भाग लिया .इमामत मौलाना फ़ज़ले रहमान ने की। इस अवसर पर इंसानियत की भावना बढाने के लियें दुआ भी की .
टीले वाली मस्जिद को आलमगीरी मस्जिद के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ यूं तो हर हफ्ते इसी तरह लोग शुक्रवार की नमाज़ में एक साथ आते हैं लेकिन इस बार मामला कुछ खास है
ईरान के प्रमुख शिया धर्मगुरू और ईरान के हज अनुसंधान केंद्र के निदेशक मौलाना सैयद मेहदी मूसवी और मौलाना कल्बे सादिक ने यहां सुन्नी इमाम के पीछे नमाज़ अदा की .
अपने खुतबे में इमाम ने कहा ” इस्लामी शर्तों और मुसलमानों की समस्याओं पर चिंता जताई मगर भारतीय संस्कृति और लखनऊ की सांस्कृतिक परंपराओं की सराहना की ”
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया को भारतीय समाज से सबक लेना चाहिए। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि मसलकी मतभेद के बावजूद लखनऊ शहर में सभी लोग बहुत प्यार से रहते हैं