लखनऊ शूटआउट के आरोपी पुलिसवाले का रिकॉर्ड है बेहद खराब, पब्लिक को ऐसे करता था परेशान

लखनऊ: विवेक तिवारी हत्याकांड में हत्यारोपी पुलिसवाला प्रशांत चौधरी के बारे में कई खुलासे हो रहे हैं। बताया जाता है कि ये शख्स वर्दी का धौंस दिखाकर लोगों के साथ लूट की घटना को भी अंजाम देता था।

इसके शिकार मकदूमपुर चौकी के पास कुछ लोगों ने इसकी तस्दीक की है। विवेक तिवारी को जिस रात कॉन्सटेबल प्रशांत ने गोली मारी थी। उसी रात उसने एक शिक्षक को लूट का शिकार बनाया था। शिक्षक शादी समारोह से लौट रहे थे और एक पान वाले से सिगरेट ली थी। इसी बीच प्रशांत वहां आ धमका और उसने शिक्षक को कानून का धौंस दिखाकर परेशान करना शुरू कर दिया।

शिक्षक से प्रशांत ने दस हजार की डिमांड की, फिर जैसे तैसे तीन हजार लेकर उन्हें जाने दिया। मामले में पान दुकान वाले की भूमिका भी संदिग्ध बताई जाती है। ऐसा माना जा रहा है कि पान वाला दलाल की भूमिका निभाता था। वो शिकार के मालदार होने का अंदाजा होते ही प्रशांत को कॉल कर दिया करता था।

पुलिस विभाग अब उन गवाहों को तलाश रही है जो कभी प्रशांत के उत्पीड़न के शिकार हो चुके हैँ। साथ ही कॉन्सटेबल प्रशांत को बचाने के लिए विभाग में चंदा उगाही को अवैध करार देते हुए इसे रुकवा दिया गया है।

विवेक तिवारी की पत्नी को सरकार ने मुआवजे के साथ नौकरी भी दी है। इस मामले में योगी सरकार की काफी किरकिरी हुई। वहीं उत्तर प्रदेश पुलिस की साख पर भी इस घटना से बट्टा लगा है।