लगातार पांचवीं बार विधायक बने AIMIM नेता अकबरुद्दीन ओवैसी

अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में रहने वाले मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी ने विधानसभा चुनाव जीत लिया है. ओवैसी ने चंद्रायनगुट्टा सीट से लगातार पांचवी बार जीत दर्ज की है. आपको बता दें कि तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों में से आठ सीटों पर एमआईएम ने उम्मीदवार उतारे हैं.

सूबे में टीआरएस और कांग्रेस गठबंधन के बीच मुकाबला था . वहीँ मंगलवार को आए नतीजों में सत्ताधारी टीआरएस ने दो तिहाई बहुमत हासिल किया है. रात 10 बजे मतगणना की ताजा जानकारी के मुताबिक पार्टी ने 85 सीटों पर जीत हासिल कर ली है, जबकि 3 अन्य सीटों पर उसके उम्मीदवार बढ़त बनाए हुए हैं. देश के इस सबसे युवा राज्य में टीआरएस दूसरी बार सरकार बनाएगी. चुनावों में बाकी दल टीआरएस से काफी पीछे नजर आ रहे हैं. राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने कुल 19 सीटों पर जीत हासिल की है. कांग्रेस की सहयोगी तेलुगू देशम पार्टी के खाते में 2 सीटें आई हैं. इधर, टीआरएस का समर्थन करने वाली असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम ने छह सीटें जीती हैं और एक सीट पर उसका उम्मीदवार आगे चल रहा है. भाजपा के खाते में एक सीट आई है, जबकि अन्य ने दो सीटें जीती हैं और एक पर वह आगे चल रही है.

प्रदेश की 119 विधानसभा सीटों पर सात दिसंबर को हुए चुनावों के लिए मतगणना मंगलवार सुबह आठ बजे शुरू हुई. टीआरएस अध्यक्ष और कार्यवाहक मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने चुनावों में अपनी पार्टी का प्रभावशाली तरीके से नेतृत्व किया और खुद गजवेल सीट पर 57,321 मतों के अंतर से चुनाव जीता. राव को कुल 1,23,996 मत मिले जबकि उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के वनतेरू प्रताप रेड्डी को महज 66,675 मत मिले. उनके बेटे और मंत्री के टी रामा राव सिरसिला क्षेत्र से विजेता बने. उन्होंने अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार के के महेंद्र रेड्डी को 88 हजार मतों के अंतर से हराया. चंद्रशेखर राव के रिश्तेदार और कैबिनेट मंत्री टी हरीश राव ने सिद्धपेट सीट से 1,18,499 मतों के भारी अंतर से जीत दर्ज की. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी तेलंगाना जन समिति (टीजेएस) के भवानी रेड्डी को करारी शिकस्त दी. रेड्डी को 12,596 मत मिले.