लग्जरी कारों की लागत में वृद्धि की निंदा

नई दिल्ली: लग्जरी कार तैयार करने वाली कंपनियों ने सरकार की ओर से सीस को बढ़ाकर 25 प्रतिशत करने के निर्णय की कड़ी निंदा की है और इसे स्वतंत्र मार्किट नियमों के मगायर करार दिया। यह निर्णय सरकार के “मैक-इंडिया” पहल पर भी नकारात्मक रूप से प्रभावित होगा।

टोयोटा करलोस्क्र मोटर, मर्सिडीज बेंज, ऑडी और बीएमडब्ल्यू ने बड़ी और लग्जरी कारों और स्पोर्ट्स उपयोगिता ोहीकलस (एसयूवी) पर सीस 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत करने के फैसले को अनुचित करार दिया। इन कंपनियों ने कहा कि सरकार ने जीएसटी लागू करने के बाद 15 प्रतिशत सीस लगाया था जिसकी वजह से यह वाहन सस्ती हो गई थीं और हम उसी हिसाब से लंबी योजना थी लेकिन जीएसटी परिषद ने सीस पर आज संशोधन के अनुसार, सीस 15% से बढ़कर 25% हो गई।

वर्तमान जीएसटी दरों के तहत एसयूवी, बड़ी और लग्जरी कारों पर टैक्स की दर 28 प्रतिशत लगाया गया और अतिरिक्त 15 प्रतिशत सीस लगाया गया था। जीएसटी परिषद ने सेंसेक्स को 25 प्रतिशत बढ़ा दिया है। इन कंपनियों ने कहा कि सिस्टम में वृद्धि के कारण वाहनों की बिक्री पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।